सीवीआरयू में देश भर के आईसेक्ट के समन्वयक जुटे

डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में आईसेक्ट की राष्ट्रीय बैठक आयोजित की गई। इसमें इस वर्ष के कार्यों की समीक्षा और भावी योजनाओं पर मंथन किया गया। बैठक में कौशल विकास, शिक्षा, उद्यमिता, नई सेवाओ और सुविधाओं का विस्तार ,वित्तीय समावेशन सहित सामाजिक सरोकार के कार्य पर चर्चा की गई।  इस बैठक में आईसेक्ट के डायरेक्टर प्रो. संतोष चौबे और देश भर से आए हुए 100 से ज्यादा समन्वयक में भागीदार की।

कुलाधिपति चौबे ने बताया कि वर्ष में एक बार देश के सभी राज्यों की समन्वयक और अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाती है। इस बार यह बैठक डॉ.सी.वी.रामन् विवि कैंपस में रखी गई। चौबे ने सभी राज्य समन्वयकों को बताया कि जब सीवीआरयू स्थापित किया गया था, तब यह मध्य भारत की पहला निजी विवि था। इसके बाद ग्रुप ने अलग-अलग राज्यों में 5 विश्वविद्यालय स्थापित किए हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश की उच्च शिक्षा के नीतियों को दूसरे राज्यों ने स्वीकार किया और इस आधार पर कार्य भी किया है। एक तरह से छत्तीसगढ़ राज्य ने उच्च शिक्षा के लिए नेतृत्व प्रदान किया है। आज हर क्षेत्र में भारतीय परिस्थितियों के अनुसार नए इनोवेशन की जरूरत है। खेल भी एक महत्वपूर्ण सेक्टर हो सकता हैं ,जिसमें बेहतर कार्य किया जा सकता है। कबड्डी,तीरंदाजी और एथिलेटिक में भी हम बेहतर काम कर सकते हैं जिसमें कि विद्यार्थियों को सुविधा और प्रशिक्षण के साथ उन्हें राष्ट्रीय और अर्तराष्ट्रीय स्तर तक चयनित कराया जा सकता है। इसके साथ उन्होंने आईसेक्ट ग्रुप के सभी विश्वविद्यालयों में नए कोर्स शुरू किए जाने की बात कही।

इस अवसर पर विवि के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने सभी को विश्वविद्यालय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यूटीडी और दूररस्थ शिक्षा के विद्यार्थियों को दी जाने वाली विश्व स्तरीय सुविधाओं के बारे में बताया।

आईसेक्ट के डायरेक्टर सिद्वार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट देश सबसे बड़ा नेटवर्क है। आज हमें अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क के क्षेत्र में काम करने की जरूरत है। जिससे की तेजी से सेवाओं और सुविधाओं को लोगों तक पहुंचा जा सकें। उन्होंने बताया कि ग्रुप के कार्यों में कौशल विकास, प्रोजक्ट वर्क, आधार कार्ड से जुड़ी सेवाएं, अप्रेशिप एंड कार्पोरेट ट्रेनिंग, प्री-स्कूल, ब्रेनी बियर स्कूल सहित अन्य सुविधा और सेवाएं के विस्तार किया जाना है। जल्द ही ग्रुप नए रूप में उर्जा के साथ आपके सामने होगा।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.पी.दुबे ने कहा कि 30 साल पहले एक व्यक्ति के सोच से शुरू हुई ये संस्था आज देश के बड़े ग्रुप में आपके सामने है। इतने बड़े नेटवर्क को तैयार करने में अब वर्षों लग गए। देश भर में फैले नेटवर्क की शक्ति आज देश और समाज के ताकत है, जिससे केंद्र व राज्य सरकार के साथ आज सभी क्षेत्र में जनसुविधाओं के साथ काम किया जा रहा है।

 

 

 

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