मेडल जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण खेल में हिस्सा लेना-महावर

राज्य स्तरीय 18वीं शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता पेण्ड्रा के गुरुकुल क्रीड़ांगन में बुधवार को शुरू हुई। चार दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता में राज्य के 8 खेल क्षेत्रों रायपुर,  बिलासपुर,  दुर्ग,  सरगुजा, जशपुर,  बस्तर, राजनांदगांव, कोंडागांव और कबीरधाम के 408 बालक और 433 बालिकाएं शामिल हो रहीं हैं।

चार दिवसीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में तीन विधाओं जिम्नास्टिक बालक/बालिका(14, 17, 19 वर्ष), जम्प रोप बालक/बालिका (14, 17, 19 वर्ष) एवं टांग ईल मी डू बालक/बालिका (19वर्ष) के प्रतिभागी अपनी श्रेष्ठता साबित करेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत में जिम्नास्टिक के खिलाड़ियों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन दिखाया, जिसकी सभी ने प्रशंसा की।

उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि संभागायुक्त टी सी महावर ने कहा कि आपके प्रदर्शन ने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का नारा चरितार्थ कर दिया है। खेल में मेडल जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण खेल में हिस्सा लेना है। जब तक हम ख्वाब ना देखें तब तक वह चीज हासिल नहीं होती है। इसलिए सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने मुक्केबाज मेरीकॉम के छठवीं बार विश्व चैंपियन बनने का उदाहरण देते हुए कहा कि कठिन परिस्थितियों में हार नहीं माननी चाहिए। इस अवसर पर कलेक्टर पी दयानंद ने कहा कि आपकी सकारात्मकता ही आपको सफल बनाती है। हार से कभी निराश नहीं होना चाहिए। खेल भावना ऐसी होनी चाहिये कि जीत हार के बाद भी एक दूसरे का सम्मान करें। पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने कहा कि खिलाड़ी अपनी क्षमता का पूरा इस्तेमाल करें तो सफलता जरूर मिलती है। अपने एटीट्यूड को हमेशा पॉजिटिव रखना चाहिए।

अपर कलेक्टर पेण्ड्रा रोड विजय दयाराम के ने स्वागत भाषण देते हुए प्रतियोगिता के कार्यक्रम पर प्रकाश डाला और खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। सहायक संचालक शिक्षा विभाग अजय कौशिक ने खेल प्रतिवेदन पढ़ा। इस अवसर पर एसडीएम पेण्ड्रा रोड नूतन कंवर, प्रशिक्षक सुशील मिश्रा,  शिक्षक,  शिक्षिकाएं,  प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।

 

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