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मोबाइल चुराकर यूपीआई से लाखों की शॉपिंग, अंतर्राज्जीय गिरोह के दो धरे गए, 22 फोन जब्त

चोरी के मोबाइल से फ्रॉड करने वाले गिरफ्तार।

बिलासपुर। मोबाइल फोन चोरी हो जाने पर सिर्फ इसी नुकसान को लेकर नहीं, बल्कि उससे जुड़े बैंक अकाउंट को लेकर चिंता करनी पड़ेगी। पुलिस ने झारखंड के दो ऐसे आरोपी युवकों को गिरफ्तार किया है जिन्हें चोरी की मोबाइल फोन के जरिये उससे लिंक किए गए बैंक खातों से रुपये उड़ाने में महारत है। ये पिछले कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ में घूम-घूम कर मोबाइल चोरी और उसके जरिये शॉपिंग कर रहे थे।

सिविल लाइन थाने में  अशोक नगर सरकंडा के मुकेश दुबे ने शिकायत दर्ज कराई कि वे बृहस्पति बाजार में सब्जी लेने के दौरान 9 नवंबर को किसी ने उनकी जेब से मोबाइल फोन पार कर दिया। इसमें दो सिम लगे थे। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी की तलाश में थी। इसी बीच प्रार्थी दुबे ने पुलिस को बताया कि उनके चोरी किए गए फोन के फोन पे एप जरिये लगातार ट्रांजेक्शन हो रहा है। उनके खाते से अब तक 3.85 लाख रुपये पार हो गए हैं। पुलिस ने ट्रांजेक्शन का विवरण निकाला तो मालूम हुआ कि शहर के सराफा बाजार की एक दुकान हिम्मत लाल ज्वैलर्स की दुकान से 90 हजार रुपये का एक सोने का चेन अज्ञात आरोपी ने खरीदा है। दुकान में जाकर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि खरीदी का बिल प्रार्थी मुकेश दुबे के नाम से ही बनवाया गया है। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में दो युवक दिखाई दे रहे हैं। साइबर सेल की मदद से पता लगाया गया कि दोनों आरोपी मोबाइल फोन लेकर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्थानों में घूम रहे हैं और शॉपिंग कर रहे हैं या दूसरों के खाते में रकम जमा कर रहे हैं। इधर आरोपी फिर बिलासपुर पहुंचे और बृहस्पति बाजार में ही उनका लोकेशन मिल गया। पूछताछ से उजागर हुआ कि आरोपी भोलाकुमार उर्फ टाइगर तथा गौतम कुमार  झारखंड के साहिबगंज जिले के राजमहल थाना इलाके के रहने वाले हैं। उनके कई साथी हैं जो अलग-अलग राज्यों में घूमकर इसी तरह मोबाइल फोन चुराते हैं और मनी ट्रांसफर के एप का इस्तेमाल कर रुपये अपने खाते में डलवाते हैं या फिर शॉपिंग करते हैं। इन्हें फोन का लॉक  खोलने में महारत हासिल है। वे चोरी किए गए मोबाइल फोन के माध्यम से ही यूपीआई का पासवर्ड बदल लेते थे। आरोपियों से चोरी किए गए 22 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। उनसे गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

 

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