तीन साल में वसूल हो जायेगी लागत, मंडल रेल प्रबंधक ने किया अनावरण

बिलासपुर। बिलासपुर रेल मंडल के एक कोचिंग यान में सोलर पैनल का अनावरण किया गया। भारतीय रेलवे में इस तरह का यह पहला प्रयोग है।

सौर ऊर्जा आधारित विद्युत प्रणाली का अनावरण 20 नवम्बर  को मंडल प्रबंधक आर.राजगोपाल के करकमलों से किया गया। रेलवे प्रशासन पर्यावरण संरक्षण एवं हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने तथा सौर ऊर्जा जैसे गैर-परंपरागत स्त्रोतों से ऊर्जा उपलव्ध कराने की ओर काम कर रहा है।  इसी के तहत मंडल के प्रशासनिक कार्यालयों, रेस्ट हाउस, रनिंग रूम तथा समपार फाटकों में सोलर पैनल स्थापित कर सौर उर्जा का प्रयोग किया जा रहा है।

रेलवे बोर्ड द्वारा निरीक्षण यानों को प्रीमियम टूरिस्ट यान के रूप में उपयोग करने की योजना बनाई गई है जिसके तहत टूरिस्टों की अतिरिक्त सुविधा देते हुए इनमें दो अतिरिक्त एसी लगेंगे। परंपरागत तरीके से अतिरिक्त एसी का खर्च लगभग 17 लाख रुपये है। निरीक्षण यान क्रमांक 03876 में 6.8 किलोवाट का सौर ऊर्जा आधारित विद्युत प्रणाली स्थापित की गई है जिसकी लागत पांच लाख रुपये है। यह लागत तीन साल के उपयोग से वापस मिल जायेगी। यह प्रणाली 20 वर्ष तक काम करेगी। सोलर पैनल लगाये जाने के बाद चार्जिंग में होने वाले 1.60 लाख रुपये की बचत होगी। इसे बाहरी चार्जर की जरूरत भी नहीं होगी,जिससे टूरिस्टों की सुविधा के अनुसार इसे किसी भी प्लेटफॉर्म पर खड़ा किया जा सकेगा।  प्रीमियम टूरिस्ट यातायात के दौरान निर्बाध रूप से विद्युत उपकरणों का अधिकाधिक उपयोग किया जा सकेगा। ग्रीन एवं क्लीन एनर्जी होने के कारण यह प्रदूषण कम करने में सहायक होगा।

कोचिंग यान के अनावरण के अवसर पर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर आर.रंगाराव, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर पी.एन.खत्री, वरिष्ठ कोचिंग डिपो अधिकारी शुभम वर्मा, सहायक मंडल विद्युत अभियंता (रोलिंग स्टाक) ए.के.श्रीवास्तव सहित पर्यवेक्षक तथा कर्मचारी उपस्थित थे।

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