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रिटायर बिजली अधिकारी की आत्महत्या मामले में, सूदखोरी व धमकी देने के पांच आरोपियों पर अपराध दर्ज

भूपेन्द्र शर्मा।

मृतक का बेटा जेल में, बेटी की शादी इसी माह होने वाली थी..

बिलासपुर। विद्युत कम्पनी के सेवानिवृत्त सेक्शन ऑफिसर भूपेन्द्र शर्मा की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने सूदखोरी के आरोपी पांच लोगों के खिलाफ धारा 306, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। इनमें नवीन तिवारी, शैलेन्द्र सिंह, जयपाल पंजवानी, प्रमोद यादव और सोनू भोजवानी शामिल हैं।  मृतक के बेटे को कुछ दिन पहले धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया गया है। इसके पीछे बेटे के साथी एक डॉक्टर का नाम सामने आया है। अगले 18 नवंबर को मृतक की छोटी बेटी की शादी होने वाली थी।

मालूम हो कि गुरुवार को निराला नगर निवासी सेवानिवृत्त बिजली विभाग के अधिकारी भूपेन्द्र शर्मा (62 वर्ष) ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके एक रात पहले कुछ लोग उसके घर आये थे और उन्हें धमकी देकर गये थे। सुबह पांच बजे अपने कमरे में उनका शव लटका हुआ पाया गया। उनके कमरे से दो सुसाइडल नोट मिले। एक में उन्होंने लिखा और बताया कि उसने प्रमोद यादव से दो बार में छह लाख रुपये लिये। रुपये दिलाने में जयपाल पंजवानी ने मदद की। बाद में इन लोगों ने नई बात शुरू कर दी कि मैंने उनसे 27 लाख रुपये लिये हैं। उन्होंने दबावपूर्वक उसके मकान का मुख्तियारनामा लिखा लिया और पैसे वसूल करने के लिए घर आने तथा धमकाने लगे। वे घर को खाली करने का दबाव डालने लगे।

इस मामले में शैलेन्द्र सिंह और नवीन तिवारी ने समझौता कराने का भरोसा दिलाया। इन दोनों ने समझौता कराने के नाम पर 30 लाख रुपये उससे ले लिये। मैंने उन्हें देने के लिए देना बैंक से नौ लाख रुपये का एक चेक, फिर आईसीआईसीआई से नौ-नौ लाख रुपये के दो चेक के जरिय रुपये निकालकर उन्हें दिये। बाद में तीन लाख रुपये का सेल्फ चेक भी उन्होंने मुझसे ले लिया। इस लेन-देन की पूरी जानकारी सोनू भोजवानी को है। 19 अक्टूबर को कर्ज देने वाले जयपाल पंजवानी और प्रमोद यादव उसके पास आये और कहा कि उनको सिर्फ पांच लाख रुपये ही मिले हैं। उन्होंने घर का मुख्तियार नामा जबरन तैयार करा लिया। इन लोगों से तंग आकर मैं जान दे रहा हूं। जयपाल, प्रमोद, सोनू, नवीन और शैलेन्द्र ने मिलकर उसे धोखा दिया है। ये लोग माफ करने लायक नहीं है।

एक दूसरे नोट में मृतक भूपेन्द्र शर्मा ने अपने बेटे के दोस्त अवधेश पर आरोप लगाया है कि उसने बेटे सौम्यदीप को बर्बाद कर दिया और खुद भी बर्बाद हो गया। यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई के नाम पर इन दोनों ने पैसे बर्बाद कर दिये। अवधेश ने पीजी की पढ़ाई के लिए एक युवक से 12 लाख रुपये लिये। इसकी जानकारी एक डॉक्टर को है। अवधेश खुद बच गया और उसके बेटे को चार-पांच दिन पहले जेल भिजवा दिया। इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा हूं इसलिये अपनी जान दे रहा हूं। मेरी छोटी बेटी की शादी मुम्बई में लगी है अवधेश ने वहां भी मैसेज कर शादी तुड़वाने की कोशिश की। पता नहीं अब शादी होगी या नहीं, अवधेश को भी माफ नहीं किया जाये।

पुलिस ने फिलहाल पहले सुसाइडल नोट के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है जबकि दूसरे सुसाइडल नोट में जिस डॉक्टर अवधेश है उसके विरुद्ध अभी कोई अपराध दर्ज नही किया गया है।

भूपेन्द्र शर्मा के बेटे सौम्यदीप के खिलाफ सरकंडा में धारा 420 के तहत सन् 2018 में अपराध दर्ज किया गया था। उस पर अपने दोस्त अवधेश के मां के नाम की जमीन को फर्जी तरीके से बिकवा देने का आरोप है। सौम्यदीप जमानत अर्जी खारिज होने के बाद फरार चल रहा था जिसे दीपावली के चार दिन पहले घर आने की बात पता चलने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

भूपेन्द्र शर्मा की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का विवाह अहमदाबाद में हुआ है, जबकि छोटी बेटी पुणे में पढ़ाई कर रही है। उसकी शादी 18 नवंबर को होने वाली थी। घर पर भूपेन्द्र शर्मा और उनकी पत्नी संध्या शर्मा अकेले रह रहे थे।

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