नागरिकों व सूर्यवंशी समाज के लोगों ने भी मनोबल बढ़ाया
तखतपुर। पिता की इच्छा थी कि उसके निधन होने पर पुत्री दाह संस्कार करे और पुत्री ने पिता की इस इच्छा को पूरी की।
वार्ड क्रमांक 4 आजाद नगर निवासी संजय केनार पिता स्व. राजाराम केनार पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। उनका उपचार बिलासपुर में चल रहा था। वह वापस घर आ गए थे। अचानक तबियत बिगड़ जाने के कारण बिलासपुर ले जाया गया जहां गुरुवार को उनका निधन हो गया। संजय केनार ने अपने परिवार से कहा था कि यदि मेरी मौत हो गई तो अंतिम संस्कार बेटी पूजा करेगी।
संजय की एकमात्र पुत्री पूजा कन्या हाईस्कूल में कक्षा 12वीं की छात्रा है। जब सब एकत्र हुए तो चर्चा निकली कि संजय का अंतिम संस्कार कौन करे। परिजनों और समाज के लोगों से संजय की पत्नी ने उनकी अंतिम इच्छा के बारे में बताया और कहा कि दाह संस्कार बेटी ही करेगी। ऐसा सुनकर समाज के लोग असहज हो गये, क्योंकि सूर्यवंशी समाज में अब तक ऐसा नहीं हुआ था पर संजय की इच्छा का सम्मान करते हुए समाज के लोगों ने पुरानी परम्परा को दरकिनार करते हुए पूजा से दाह संस्कार कराने का निर्णय लिया। जिस समय पूजा ने दाह संस्कार क्रिया पूरी की मुक्ति धाम में उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गईं। समाज के अध्यक्ष अजय केनार ने कहा कि ऐसे फैसलों से पुत्र और पुत्री के बीच भेद कम होगा। वार्ड के पार्षद टेकचंद कारडा ने कहा कि हम सब को अपनी सोच में बदलाव लाना चाहिए और बेटा-बेटी में भेद नहीं करना चाहिए। अंतिम संस्कार में मनीराम, धनीराम, मोती केनार, आशीष, पल्लू, विक्की, आकाश, ज्वाला, महेश, अजय, नरेश, जितेन्द्र केनार सहित समाज के लोग उपस्थित थे। निधन पर एक शोकसभा का आयोजन भी किया गया। इसमें शैलेन्द्र प्रधान ने संजय केनार के सामाजिक योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके निधन से हम सब रिक्तता महसूस कर रहे हैं। संजय की बेटी पूजा का मनोबल बढ़ाने के लिए जगजीत सिंह मक्कड़, जितेन्द्र राज, अजय देवांगन, राजेश सोनी, बबला मसीह, करीम कुरैशी, श्याम लहरे, मनोज टंडन, धर्मेन्द्र टंडन, मिन्टू लाला, टीकाराम, नरेन्द्र रात्रे, संदीप खाण्डेय, सुनील जांगड़े, साऊलाल रात्रे, चिंटू तोलानी, अशोक गुप्ता, कृष्ण कुमार सूर्यवंशी, दादु, मुचनु, राजू साहू, छोटेलाल साहू , इंदुआ आदि उपस्थित थे।