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केबीसी के नाम पर ठगी के आरोपी बिहार से गिरफ्तार, पाकिस्तान और नेपाल से जुड़े तार  

गिरफ्तार ऑनलाइन ठग गिरोह के सदस्य।

शिकार एक युवती ने बीते माह नदी में कूदकर कल ली थी आत्महत्या

आरोपियों से 11 मोबाइल, 14 नग सिम. 2 पासबुक,17 एटीएम एवं नगद बरामद

अंबिकापुर। सरगुजा पुलिस ने केबीसी में इनाम जीतने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने के आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। इनके तार पाकिस्तान और नेपाल से जुड़े हैं। इनकी ठगी की शिकार एक युवती ने बीते माह मांड नदी के पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता और एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि लिचिरमा की सेवंती पैंकरा ने करीब एक माह पहले 23 मार्च को मांड नदी के पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

जांच के दौरान पता चला कि उसके मोबाइल में कुछ दिनों पहले एक युवक ने केबीसी के नाम पर फोन कर 25 लाख रुपये की लॉटरी लगने का झांसा दिया था। महिला को ठग ने प्रोसेसिंग फीस के रूप में कुछ राशि जमा कराने के लिए कहा। महिला ने पैसे डाले तो युवक बार-बार फोन कर और रुपये मांगने लगा। घटना के दिन भई सेवंती के पास फोन आया कि 15 हजार डालते ही खाते में 25 लाख ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इस पर महिला ने ग्रामीण बैंक जाकर फिर 15 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ही लॉटरी की रकम उसके खाते में नहीं आई। इसके चलते वह काफी परेशान हो गई। ठगों ने उससे अब तक डेढ़ लाख रुपये ठग लिए थे। इससे परेशान सेवंती ने पुल के ऊपर से कूदकर जान दे दी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। ठगी की रकम का ट्रांसजेक्शन जिन खातों में हुआ, उनके खाता धारकों का केवाईसी डिटेल और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर विशेष टीम ने हासिल किया। पैसों का ट्रांजेक्शन बिहार के पूर्णिया, कटिहार और आरा में हुआ था। इसके बाद पुलिस ने मनमोहन उर्फ मनीष मंडल, प्रदुमन कुमार सिंह, चक्रवर्ती आनंद, वलिउआल रियाज, शिवेन्द्र कुमार, आशीष मंडल  और मो. शाहिद आलम को गिरफ्तार कर लिया। इसके मास्टरमाइंड शिवेंद्र कुमार व वलिउल्लाह बताए गए हैं।  मुख्य आरोपी शिवेंद्र का मोबाइल फोन बंद था। वह अपने गांव में नहीं मिला तो पुलिस ने उसके ठिकाने का पता लगाया। उसकी एक गर्लफ्रेंड है, जिसके साथ वह पटना के एक सिनेमा हॉल में फिल्म देख रहा था। पुलिस ने उसको वहीं से उठा लिया।

सेवंती की जिनसे बात हुई उनके मोबाइल और व्हाट्सअप नंबरों का आईपी एड्रेस पकिस्तान था। पता चला कि पाकिस्तान में बैठे ठग केबीसी में लाटरी लगने का झांसा देकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। वे भारत में कमजोर आर्थिक स्थिति वालों का बैंक एकाउंट खुलवाकर स्वयं ऑनलाइन खाता आपरेट करते हैं। इसके एवज में वे यहां के लोगों को चार से 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है। ठगी की रकम को वे क्रिप्टोकरंसी में बदलकर विदेश के आकाओं के एकाउन्ट में डालते थे।

एसपी भावना गुप्ता ने आम लोगों से अपील की है कि जो भी फोन नंबर 91 कोड से प्रारंभ नहीं होते वे विदेश के होते हैं। ऐसे नंबरों से सावधान रहना चाहिए।

 

 

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