बिलासपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जीपीएम जिले के यातायात प्रभारी को 50,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। उसके एक सहयोगी को भी हिरासत में लिया गया है।

पेंड्रा का एक निजी बस संचालक यातायात प्रभारी, ट्रैफिक सूबेदार विकास नारंग द्वारा बेवजह अपनी बसों के चालान किए जाने से परेशान था। बस मालिक से सूबेदार 60 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था ताकि उसकी बसों को बार-बार चालान न करें।

बस संचालक ने तंग आकर एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की। ब्यूरो ने शिकायत के सत्यापन के लिए कुछ टिप्स दिए। इसके बाद प्रार्थी और आरोपी के बीच 50 हजार रुपये की रिश्वत पर बात बनी। योजना के मुताबिक रिश्वत देने के लिए आज बस संचालक ने अमरपुर स्थित एक ढाबे में उसे बुलाया। ट्रैफिक पुलिस सूबेदार नारंग अपने एक सहयोगी भरत पनिका के साथ वहां पहुंचा। जैसे ही सूबेदार के साथी पनिका को रिश्वत की रकम 50 हजार रुपए बस संचालक ने दिए, वहां पहले से तैनात एसीबी की टीम ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के लिए दोनों को बिलासपुर लाया गया है।

 

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