जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रयासों से परिजन आकर बच्चों सहित घर ले गए

बिलासपुर। फरवरी माह में रायपुर रोड पर तीन बच्चों के साथ मिली मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को उपचार के बाद स्वस्थ होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रयासों के बाद बलौदाबाजार जिले में उसके घर परिजनों के पास सुरक्षित पहुंचा दिया गया है।
 फरवरी माह में रायपुर रोड पर बिल्हा मोड़ के पास एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को उसके तीन बच्चों के साथ डायल 112 के कर्मचारियों ने लावारिस अवस्था में पाया था। उक्त महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण रक्षा टीम का सहयोग लेकर महिला को सेंदरी स्थित राज्य मानसिक चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती किया गया। महिला के तीनों बच्चों को मातृछाया सेवा भारती सदन के सुपुर्द किया गया। सेंदरी में उक्त महिला का उपचार किया गया। उपचार के दौरान जानकारी मिली कि उक्त महिला बलौदाबाजार जिले के लवन थाना क्षेत्र के एक गांव की है। उपचार के बाद उक्त महिला के स्वास्थ्य में सुधार आ गया, किन्तु महिला के परिवारजनों से कोई संपर्क नहीं हो रहा था। इसके चलते उसे डिस्चार्ज नहीं किया गया। राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी ने इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर को जानकारी दी। जैसे ही जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर अशोक कुमार साहू के संज्ञान में यह बात आई तो उन्होंने सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर राकेश सिंह सोरी को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण बलौदाबाजार की सचिव मयूरा गुप्ता से समन्वय स्थापित किया। इसके बाद थाना लवन के पैरालीगल वालिंटियर के माध्यम से उक्त महिला के परिजनों से संपर्क किया गया। बाद 14 अगस्त को उक्त महिला के परिजन उसे वापस अपने घर ले जाने राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी पहुंचे। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ बीआर नंदा ने बिलासपुर के पैरालीगल वालिंटियर हरीश कुमार बरगाह की उपस्थिति में उक्त महिला को उसके परिजनों के सुपुर्द किया। महिला के तीन बच्चों को वापस उनके घर भेजने की कार्रवाई भी नियमानुसार बाल कल्याण समिति बिलासपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के माध्यम से की गई।

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