अपोलो अस्पताल की ओर से छ्त्तीसगढ़ की 200 नर्सों को ट्रामा उपचार का प्रशिक्षण

बिलासपुर। आपात् चिकित्सा के दौरान नर्सों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए इमरजेंसी मेडिसीन इंडिया, सेमाई उन्हें समय-समय पर कार्यशालाओं में प्रशिक्षित करती है और नई प्रक्रियाओं की जानकारी देती है। अपोलो अस्पताल बिलासपुर के सहयोग से इसी कड़ी में नर्सीकॉन 2019 का आयोजन होटल कोर्टयार्ड मैरियेट में किया गया।

सम्मेलन में अखिल भारतीय आपात् चिकित्सक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्रनाथ जैना ने कहा कि 5 टी, टॉक, टच, ट्रीट,  टूगेदरनेस और टीम वर्क आपात चिकित्सा के दौरान कारगर साबित होता है और यह सफल उपचार की कुंजी है।

अपोलो अस्पताल के सीओओ डॉ. सजल सेन ने कहा कि ट्रामा के मामलों में उचित प्रयास महत्वपूर्ण है साथ ही दस्तावेजों का संधारण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। रोगियों को महसूस होना चाहिए कि वे सक्षम नर्स और डॉक्टरों के हाथों में सुरक्षित हैं। अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर, सेमाई के साथ सपोर्टिंग लाइफ, एनी टाइम-एनी टाइम पर काम कर रहा है।

सर्पोंटिग लाईव एनी टाईम एनी व्येहर था। जीवन अत्यधिक कीमती है और और किसी जीवन का बचाने से अधिक और कुछ भी नहीं है। छत्तीसगढ राज्य में आंकड़े बताते है कि प्रति वर्ष लगभग 4200 मौतें ट्रामा के कारण होती है। यह प्रदेश सड़क यातायात दुर्घटना की दर से 11वें स्थान पर है। इनमें से लगभग 70 प्रतिशत मामले 45 वर्ष से काम आयु के हैं। कुशल हेल्थ केयर पर्सन की उपलब्धता व योग्यता ट्रामा में कई लोगों की जान बचा सकती है। गैर संक्रामक बीमारियां लगातार बढ रही हैं, जिनमें हार्टअटैक, ब्रेन स्ट्रोक और अस्थमा जैसी सांस की बीमारी शामिल हैं। इन बीमारियों के उपचार का परिणाम सही समय पर प्रबंधन और स्वास्थ्य कर्मियों के कौशल के साथ बदल सकता है।

सेमाई छत्तीसगढ चैप्टर कुशल कर्मियों को विषेष  रूप से नर्सिंग और डॉक्टरों को प्रशिक्षित करने की दिशा में काम कर रहा है। चूंकि समाज एकल परिवार का चलन बढ गया है जहां मदद के लिए हाथ उपलब्ध नहीं है, एैसे में कुशल सामुदायिक नर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह सम्मेलन इस दिशा में एक प्रयास है। सेमाई ने 500 से अधिक लोगो को प्रशिक्षित किया है जिसमें लाईफ सेवर कोर्स महत्वपूर्ण है। अपोलो अस्पताल बिलासपुर के साथ सेमाई सीजी ने भी प्राथमिकता चिकित्सा और जीवन रक्षक पाठ्यक्रमों के लिए सामुदायिक और व्यावसायिक प्रषिक्षण और जागरूकता पाठ्यक्रमों के लिए रू किया, जिसमें केवल जरूरत के दौरान हस्तक्षेप करने का एकमात्र उद्देय 4500 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

कार्यक्रम में आईएमए छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ हेमंत चटर्जी, डॉ ए बी भट्टाचार्य, डॉ मनोज राय, डॉ कल्पना दास, डॉ पी पी मिश्रा, डॉ अमन शर्मा, और सभी वरिठ सलाहकार अपोलो अस्पताल बिलासपुर ने प्रेस कॉफ्रन्स को संबोधित किया । सम्मेलन की सफलता में अपोलो अस्पताल के नर्सिंग और विपणन विभाग के साथा डॉ अमन शर्मा, डॉ विनय सोनी का सहयोग रहा । सम्मेलन में छत्तीसगढ के लगभग 200 से अधिक नर्सों ने भाग लिया।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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