रिंग रोड नंबर 2 गौरव पथ से लगभग 50 मीटर अंदर वसुंधरा नगर वार्ड क्रमांक 4 के ठीक बीचों-बीच स्थित सरकारी देशी और अंग्रेजी शराब दुकान वहां के आम लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुका है। दिन भर दारू पीने वालों की भीड़,नशे में हुड़दंग ,गाली-गलौच से वसुंधरा नगर की महिलाएँ एवं बच्चो में एक डर का माहौल बन चुका है। वसुंधरा नगर में लगभग 200 घरों में 1000 लोग रहते हैं, जो इस सरकारी ठेके का शुरू से विरोध कर रहे हैं, मगर आश्वासन के अलावा उन्हें अब तक कुछ नहीं मिला है।
वसुंधरा नगर की यह दुकान सबसे व्यस्त दुकानों में एक है। रोज सुबह दुकान खुलते ही यहां शराबियों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है और शाम होते होते हजारों की संख्या में शराबी नजर आने लगते हैं।
कुछ दिन पहले वार्ड क्रमांक 5 के पार्षद-पति भरत कशयप के साथ वसुंधरा नगर की 150 से अधिक महिलाएं ठेके के विरोध में ज्ञापन देकर कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचे थे और यहां हो रही परेशानियों से अवगत कराया था।
Bilaspurlive.com की टीम वार्ड की महिलाओं से उनका हाल जानने उनके घरों तक पहुंची। महिलाओं ने बताया कि ज्ञापन देने के बाद से अवैध चखना दुकानों को हटा दिया गया, लेकिन दो दिन बाद वे फिर खुल गए।
अब तो रोज नई दुकान सड़कों पर लग रही है। इन महिलाओं का कहना है कि बस्ती के भीतर दुकान खोलने के बजाय इसे मेन रोड में खोल देना चाहिए, कम से कम वसुंधरा नगर के लोग परेशान नहीं होंगे।
शराबियों के गाली गलौच घर के अंदर तक सुनाई देती है। शाम के वक्त तो घर से निकलना ही दूभर हो चूका है। बच्चों की सुरक्षा भी बड़ी चिंता बनती जा रही है। आपराधिक गतिविधियां भी बढ़ रही है। कुछ समय पहले यहां एक बस चालक की हत्या हो चुकी है और आए दिन मारपीट, चाकूबाजी होती है।
शराब दुकान के आसपास फैली गंदगी स्वच्छता अभियान की पोल खोल रही है। पूरा मोहल्ला बदबू से परेशान है। यहां सैकड़ों की तादात में बोतलें और हजारों डिस्पोजल गिलास सड़कों और मैदान पर फैले हुए हैं, जो बरसात के कारण बीमारियों को जन्म देने का कारण बन सकता है।
वार्ड क्र. 5 के नेता भरत कश्यप ने बताया कि यह इलाका वैसे तो वार्ड क्रमांक चार का है जहां भाजपा के पार्षद हैं, पर यहां रहने वाले परिवारों की समस्या को देखकर वे उनको साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की समस्या को लेकर वे आगे की लड़ाई के लिए भी तैयार रहेंगे, यह एक बड़ी समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।