बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पहले एक कलेक्टर ने फिर एक डॉक्टर ने सरकार बनाई। दोनों ने अपने-अपने ढंग से सरकार चलाई पर पहली बार छत्तीसगढ़ के किसानों की अपनी सरकार बनी है।

तखतपुर में आयोजित तीज मिलन समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही। इससे पहले इस कार्यक्रम में उपस्थित जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी यही बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीज-त्यौहार मनाना सरकार का काम नहीं है पर पिछले 15 सालों में छत्तीसगढ़ संस्कृति की जिस तरह उपेक्षा की गई थी, उसके चलते जरूरी हो गया था अपनी संस्कृति और पहचान को बनाये रखने के लिए ये पर्व मनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिये तीजा, हरेली, करमा, विश्व आदिवासी दिवस और छठ पूजा के दिन शासकीय अवकाश घोषित किया गया है।

बघेल ने विधायक रश्मि सिंह की मांग पर घोषणा की कि तखतपुर में राजस्व विभाग का अलग अनुविभाग बनेगा। इसके अलावा अगले बजट में तखतपुर गर्ल्स कॉलेज, सकरी में कॉलेज खोलने की मांग भी पूरी करने की घोषणा की। उन्होंने तखतपुर में डेयरी पाठ्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि नेवरा आईटीआई खोलने तथा फायर ब्रिगेड उपलब्ध कराने की मांग पर परीक्षण कराने के बाद पूरा करने की बात कही। बघेल ने कहा कि सरकार द्वारा गावों में बनाये जा रहे गौठानों के देखभाल करना सरकार के साथ गांव वालों की जिम्मेदारी है। पशुओं को किसान कहीं भी छोड़ देते हैं, जिससे वे सड़कों पर मंडराते हैं और फसल भी खराब  करते हैं। इन्हें गौठानों में रखा जायेगा। इन्हें चारा भी यहीं मिलेगा। गोबर व पैरा से वर्मी कम्पोस्ट खाद बनेगा। गाय अब किसानों के लिए मुसीबत नहीं उनकी समृद्धि के कारण बनेंगे।

उन्होंने महिलाओं को तीज त्यौहार की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश की सौ में से 41 महिलाएं खून की कमी से पीड़ित है। इन महिलाओं के बच्चों पर भी इसका असर पड़ता है। इसीलिये सरकार ने 2 अक्टूबर से प्रदेश भर में सुपोषण अभियान चलाया जायेगा। इसकी शुरूआत बस्तर से होगी।

कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव आशीष सिंह ठाकुर ने किया तथा स्वागत उद्बोधन जिला पंचायत सदस्य जितेन्द्र पांडेय और पूर्व विधायक जगजीत सिंह मक्कड़ ने दिया।

 

 

 

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here