बिलासपुर। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) की ओर से यह ऐलान जरूर कर दिया गया है कि मरवाही से अमित जोगी चुनाव लड़ेंगे, लेकिन जाति छानबीन समिति में की गई शिकायतों की नये सिरे से हो रही जांच उनकी उम्मीदवारी की राह में रोड़ा बन सकती है।

गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही की जिला स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी के विरुद्ध प्राप्त दो शिकायतों पर जांच शुरू कर दी है। समिति की ओर से समीरा पैकरा और संतकुमार नेताम की ओर से दिये गये आवेदनों पर जांच के लिये 10 जुलाई को अमित जोगी को अपना पक्ष रखने के लिये कहा है। अमित जोगी ने कहा है कि उन्हें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है पर जांच के लिये जो भी कार्रवाई होगी उसमें वे पक्ष रखेंगे।

ज्ञात हो कि अजित जोगी के निधन के बाद मरवाही सीट खाली हुई है, जहां सितम्बर माह में चुनाव हो सकता है। राज्य की उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति ने स्व. अजीत जोगी के कंवर आदिवासी जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया था। इसके विरुद्ध उन्होंने हाईकोर्ट में अपील दायर की थी। कोर्ट ने पुलिस में दर्ज एफआईआर तथा समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की किसी भी कार्रवाई पर रोक लगाने के लिये कहा था। हालांकि उन्होंने जाति प्रमाण पत्र पर समिति की रिपोर्ट को खारिज नहीं किया है।

हाल ही में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर ने कई दिनों से चल रही अटकल पर विराम देते हुए बताया था कि मरवाही उप-चुनाव में अमित जोगी ही उम्मीदवार होंगे।

इसी बीच जोगी की जाति को लेकर विगत कई वर्षों से अदालतों में लड़ाई लड़ रहे संतकुमार नेताम ने शासन को आवेदन दिया है कि अमित जोगी का कंवर जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया जाये क्योंकि वे इसका इस्तेमाल मरवाही विधानसभा चुनाव में कर सकते हैं।

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