बिलासपुर। अपने गुल्लक में जमा 11 सौ 12 रुपए को कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान करने वाली सीपत की नन्ही रूबी से आज सांसद अरुण साव ने बातचीत की। इस दौरान भावुक हुई रूबि से साव ने वादा किया कि वे लॉकडाउन खत्म होने के बाद वे जरूर मिलने पहुंचेंगे।

जानकारी हो कि कक्षा-आठवीं की 12 वर्षीय छात्रा रूबी सीपत की रहने वाली है। उसने बुधवार को सीपत तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार संध्या नामदेव को 11 सौ 12 रुपए दान कर उसे मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराने  कहा। रूबी ने बताया कि उसके पिता की मृत्यु एक बड़ी बीमारी से हो चुकी है। इसलिए वह नहीं चाहती कि किसी के मम्मी-पापा की मौत किसी बीमारी के कारण हो। रूबी और उसके भाई ऋषभ ने दो वर्षों में अपने गुल्लक में 11 सौ 12 रुपए जमा किए थे।  रूबि ने कहा वह चाहती है कि इन रुपयों से कोरोना पीड़ितों का इलाज हो। इसकी जानकारी सांसद साव को भी मिली। उन्होंने आज दिल्ली से मोबाइल पर रूबी से बातचीत की। सांसद ने रूबी से पूछा कि इतनी कम उम्र में देश और दुनिया की बात और सेवा की बातें कहां से सीखीं। रूबी ने बताया कि चाचा ने बताया कि कोरोना बहुत खतरनाक बीमारी है। इससे लोगों की मौत हो रही है। किसी को घर से बाहर नहीं निकलना है। चूंकि मेरे पिता जी की मौत ऐसी ही एक बड़ी बीमारी से हुई थी। इसलिए मैने और भाई ने गुल्लक तोड़कर इकठ्ठा रुपयों को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का फैसला किया है। इसके बाद रूबी भावुक होकर रो पड़ी। गयी। सांसद साव ने ऋषभ और उसके चाचा हेमंत से बातचीत की। उन्होंने कहा कि जैसे ही लाकडाउन खत्म होगा, वे रूबी और ऋषभ से जरूर मिलने पहुँचेंगे।

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