बिलासपुर। प्रेमचन्द जयंती के अवसर पर उनका स्मरण करते हुए उनकी एक चर्चित कहानी सद्गति का वाचन किया गया। इस अवसर पर प्रेमचन्द की इस कहानी पर आधारित फिल्म — सद्गति का भी प्रदर्शन किया गया। इसके बाद उपस्थित साहित्य समुदाय के बीच उस पर चर्चा की गई।

भारतीय फ़िल्म जगत के एक शीर्ष निर्माता सत्यजीत रे ने इस फ़िल्म का निर्माण किया था। किसी एक रचना पर दो शीर्ष रचनाकारों का यह संयोग छत्तीसगढ़ के लिए एक ऐतिहासिक प्रसंग की तरह उल्लेखनीय हुआ। फ़िल्म “सद्गति” का निर्माण वर्ष 1981 में छत्तीसगढ़ में ही हुआ था।

कहानी और फ़िल्म पर आयोजित परिचर्चा सत्र में नंदकिशोर तिवारी, रामकुमार तिवारी, खुर्शीद हयात, आकाशवाणी के महेन्द्र साहू, रंगकर्मी डॉ0 कृष्णा सोनी, नितेश साहू, राजेश अग्रवाल, रायपुर से आये हुए पंकज गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी जायसवाल, पूर्व विधायक गांधीवादी चंद्रप्रकाश बाजपेयी, डॉ0 शीला तिवारी, राखी श्रीवास, योगेश मिश्रा,समीर अहमद, रमन रेडियो की श्वेता पांडेय, आदिल, शिवाली, तनवीर हसन आदि ने भागीदारी की।

कार्यक्रम का संचालन विवेक जोगलेकर ने किया। कहानी का प्रभावशाली वाचन आकाशवाणी की अंतरा चक्रवर्ती ने किया। शिक्षाविद् राधेश्याम दुबे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की । वनमाली सृजनपीठ के अध्यक्ष सतीश जायसवाल ने प्रारंभ में कहानी और फ़िल्म की संक्षिप्त भूमिका बताई और धन्यवाद ज्ञापन भी किया।

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