सड़क सुरक्षा के लिये संसदीय क्षेत्र समिति की बैठक आयोजित

बिलासपुर। बिलासपुर में सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही है। इसको रोकने के लिये अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने तथा बिलासपुर के यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिये सामूहिक रूप से कार्य करने की जरूरत है। बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अरूण साव ने आज सड़क सुरक्षा के लिये संसदीय क्षेत्र समिति की बैठक में उक्त बातें कही।

मंथन सभाकक्ष में साव की अध्यक्षता में आज समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में साव ने पीडब्ल्यूडी विभाग को अभियान चलाकर बरसात में सड़कों में होने वाले गड्ढों की मरम्मत करने और सड़कों में बैठने वाले मवेशियों की रोकथाम के लिये योजना बनाने का निर्देश दिया, जिससे दुर्घटनाओं को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने कहा कि सड़कों पर जगह-जगह आटो ना खड़े रहे और निर्धारित स्थल पर ही बस व आटो अपनी सवारी उतारे इस पर कड़ाई से ध्यान देने की आवश्यकता है। तीन सवारी वाहनों और जेब्रा क्रॉसिंग में सड़क जाम करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई हो। कानून का भय होगा, तभी बिलासपुर को यातायात की दृष्टि से सम्मानजनक स्थान मिलेगा।

बैठक में बताया गया कि जिले में 9 ब्लेकस्पॉट चिन्हांकित है, जहां पर सर्वाधिक दुर्घटनाएं होती है। इनमें नेशनल हाईवे मस्तूरी एनएच-49 में जयरामनगर से मोहतरा मार्ग, चकरभाठा में एनएच-130 मार्ग पर छतौना मोड़, सिरगिट्टी में एनएच-130 मार्ग पर तिफरा ओवरब्रिज, सकरी में एनएच-111, रतनपुर में एनएच-130-ए में बेलतरा और सांझीपारा बाईपास, महामाया चैक, मोपका चैक, बहतराई चौक शामिल है। ब्लेकस्पॉट में सुधार संबंधित कार्य की सतत् समीक्षा और निगरानी की जा रही है। विधायक डॉ कृष्णमूर्ति  बांधी ने मस्तूरी व जयरामनगर मार्ग में गति नियंत्रक लगाने और संकेतक बोर्ड लगाने कहा। सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिये आगामी तीन माह का एक्शन प्लान तैयार कर इसके क्रियान्वयन का निर्णय लिया गया। इसके लिये समिति के सदस्य ब्लेकस्पॉट वाले स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। ब्लेकस्पॉट का स्थल पर जायजा लेकर इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। समिति के सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में यातायात अवरोध करने वाले और दुर्घटनाजनित मार्गों, चौक-चौराहों के संबंध में ध्यान आकर्षित कराया।

यातायात शिक्षा को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करने और कोविड संक्रमण के चलते बच्चों को दी जा रही आनलाईन शिक्षा में हफ्ते में कम से कम एक दिन यातायात की शिक्षा भी दिये जाने का प्रस्ताव किया गया। यातायात विभाग के डीएसपी ने बताया कि गत वर्ष 41 हजार से अधिक बच्चों को यातायात जागरूकता के लिये प्रशिक्षण दिया गया। आरटीओ शर्मा ने बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर गत वर्ष ढाई हजार से अधिक प्रकरण बनाये गये थे और 1 करोड़ 58 लाख रुपये से अधिक शमन शुल्क वसूल किया गया था। इस वर्ष माह अगस्त तक 1100 से अधिक प्रकरणों में 60 लाख रुपये शमन शुल्क वसूल किये गये हैं। यातायात डीएसपी ने बताया कि इस वर्ष अब तक 12 हजार 800 वाहन चालकों पर चालान कर 40 लाख 81 हजार रुपये प्रसमन शुल्क वसूला गया है। लगरा में स्थापित यातायात पार्क के रख-रखाव के संबंध में भी चर्चा की गई और सार्वजनिक संस्थान को इसकी जवाबदारी देने का निर्णय लिया गया।

रायपुर से बिलासपुर मार्ग में शहर प्रवेश के लिये अतिरिक्त फ्लाईओवर की आवश्यकता को देखते हुए इसके लिये प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया। गोल बाजार एवं सदर बाजार में यातायात के दबाव को देखते हुए इन मार्ग में जुलूस आदि को प्रतिबंधित करने और संडे बाजार को अन्यत्र शिफ्ट करने के संबंध में नागरिकों से चर्चा उपरांत निर्णय करने पर सहमति बनी। शहर में आटो रिक्शा की अत्यधिक संख्या को देखते हुए उनके लिये क्षेत्र विभाजन करने का सुझाव दिया गया। साथ ही चौक-चौराहों के उन्नयन के लिये आवश्यक राशि बजट में शामिल करने का प्रस्ताव भेजने का भी निर्णय लिया गया।

बैठक में मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, बिल्हा के विधायक प्रतिनिधि, अतिरिक्त कलेक्टर बी.एस.उईके, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर तथा सभी एसडीएम एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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