बिलासपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अग्रज नाट्य दल ने शनिवार की शाम सिम्स ऑडीटोरियम में नृत्य नाटिका “मंगल से महात्मा” का मंचन किया।

ये एक ख़ालिस नृत्य नाटिका ही थी, जिसमें 14 गाने हैं। मंच पर 35 कलाकारों की बड़ी टीम थी जिसमें लड़के और लड़कियों की बराबर भागीदारी रही।

नृत्य नाटिका 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 15 अगस्त 1947 आज़ादी की सुबह की सूरज आज़ादी के सफ़रनामे का बयान करती है। नाटक के लेखक डॉ राजेश टंडन हैं। निर्देशन अग्रज नाट्य दल के सुनील चिपड़े ने किया। संगीत निर्देशन संजय बघेल और नृत्य निर्देशन राजेश्वरी राजपूत का था। मंच सज्जा और सामग्री निर्माण की ज़िम्मेदारी अरुण भांगे और रमाकांत सोनी ने निभाई। वेशभूषा आशा और निर्मल टंडन ने तैयार की।

मंच के पीछे भी एक बड़ी टीम विवेक पाण्डे, सुदीप गुप्ता, कंचन दास, विम्मी रेड्डी आदि की शामिल थी।

एक घंटे 20 मिनट के रिकॉर्डेड साउंड ट्रैक पर 35 लोगों की बड़ी टीम को एक साथ एक जैसी भंगिमाओं को करते देखना अलग अनुभूति पैदा कर रही थी। स्वतंत्रता संग्राम की घटनाएं मंच पर जीवंत होकर रौंगटे खड़े कर रही थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिम्स के डीन डॉ. पी.के पात्रा और बिलासपुर क्रेडाई के संरक्षक अटल श्रीवास्तव पहुंचे, जिनका इस आयोजन में उल्लेखनीय सहयोग रहा।

(छाया-संदीप चोपड़े, विवरणः सीजी बास्केट)

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