अहमदबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। गुरुवार सुबह सांस लेने में तकलीफ होने के बाद केशुभाई पटेल को अहमदाबाद के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि सितंबर के आखिरी में ही केशुभाई पटेल कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे।

कौन थे केशुभाई पटेल

गुजरात में जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक केशुभाई पटेल उन लोगों में से थे, जिन्होंने राज्य में भाजपा को खड़ा किया था। 1995 में उन्हीं के नेतृत्व में भाजपा ने पहली बार अपनी सरकार बनाई और वह मुख्यमंत्री बने। मगर अब खराब स्वास्थ्य के चलते सक्रिय राजनीति में उनकी भूमिका कम होती चली गई।

पार्टी से बनते-बिगड़ते रिश्ते

भाजपा से उनके रिश्ते बनते बिगड़ते रहे। पहली बार मुख्यमंत्री बनने के सात महीने बाद ही उन्हें शंकरसिंह वाघेला से विवाद के चलते इस्तीफा देना पड़ा था। बाद में 1998 में वह फिर से मुख्यमंत्री चुने गए, लेकिन 2001 में उन्होंने पद छोड़ दिया।

माना गया कि भ्रष्टाचार और भुज में आए भूकंप के दौरान कुप्रबंधन के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद से लगातार पार्टी से उनके रिश्तों में कड़वाहट आती रही। 2002 में वह चुनाव भी नहीं लड़े और 2007 में कांग्रेस को अप्रत्यक्ष तौर पर समर्थन किया। 2012 में आखिरकार उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और अलग पार्टी बना ली। मगर 2014 में वह फिर से भाजपा से जुड़ गए।

बीजेपी छोड़ ‘गुजरात परिवर्तन पार्टी’ बनाई थी

केशु भाई पटेल ने पहली बार साल 1995 में गुजरात का सीएम पद संभाला था। इसके बाद वह 1998 से साल 2001 तक दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए। वह छह बार राज्य में विधानसभा चुनाव जीते। केशु भाई पटेल ने साल 2012 में बीजेपी छोड़ दी थी और अपनी नई पार्टी ‘गुजरात परिवर्तन पार्टी’ बनाई थी।

साल 1945 में आरएसएस में शामिल हुए

साल 2012 के राज्य विधानसभा चुनाव में उन्हें विसावदर सीट से विधायक चुना गया था, लेकिन बाद में बीमार होने के कारण उन्होंने 2014 में इस्तीफा दे दिया था. केशुभाई पटेल ने साल 1945 में प्रचारक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ज्वाइन किया था. वह साल 1975 में आपातकाल के दौरान जेल भी गए.

केशुभाई पटेल: सफरनामा

1960: जनसंघ से संस्थापक सदस्य के रूप में जुड़े
1977: राजकोट से लोकसभा चुनाव जीते
1978-95: कालावाड़, गोंदल और विसावदर से विधानसभा चुनाव जीते
1995: केशुभाई पटेल के नेतृत्व में भाजपा ने जीत दर्ज की और मुख्यमंत्री बने। मगर सात महीने बाद ही इस्तीफा दिया।
1998: केशुभाई पटेल फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने
2001: खराब स्वास्थ्य के चलते इस्तीफा दिया
2002: निर्विरोध राज्यसभा के सदस्य चुने गए
2007: केशुभाई पटेल ने विधानसभा चुनावों में अपने समुदाय से बदलाव के लिए वोट करने को कहा
2012: केशुभाई ने भाजपा से इस्तीफा दिया और गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) का गठन किया
2014: खराब स्वास्थ्य के चलते फिर से विधायक पद से इस्तीफा दिया और पार्टी का विलय भाजपा में किया

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here