अनेक विभागों ने मिलकर शुरू की तैयारी, मनरेगा से भी रोजगार

बिलासपुर। जिले के सेलर, बिल्हा में 75 हेक्टेयर भूमि पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं के साथ फल, सब्जी-भाजी की सामूहिक खेती की वृहद् योजना पर काम चल रहा है। जमीन को सुधार कर बाड़ी बनाने का काम शुरू हो चुका है।  फलों का उद्यान, कृषि वानिकी और मत्स्य पालन भी योजना में शामिल किया गया है। 

सेलर आने वाले दिनों में फल और सब्जियों का हब बनने जा रहा है जहां स्व सहायता समूह की महिलायें बड़े पैमाने पर फल, सब्जी और भाजी उगायेंगी। उनके द्वारा उत्पादित सब्जी-भाजी का स्कूलों के मध्यान्ह भोजन में उपयोग किया जायेगा।

ग्राम पंचायत सेलर के लगभग 75 हेक्टेयर भूमि में उद्यानिकी विभाग द्वारा सामूहिक बाड़ी बनाने के लिये डीएमएफ और मनरेगा से कार्य कराये जा रहे हैं। सामूहिक बाड़ी का कार्य स्व-सहायता समूह की महिलायें कर रही हैं। इसके लिये राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 10 समूहों का चयन किया गया है। प्रत्येक समूह को दो-दो हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करायी जायेगी जिसमें वे फल व साग-सब्जी का उत्पादन करेंगीं।

मनरेगा के तहत इन समूहों के लिए भूमि तैयार की गई है। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा अधोसंरचना निर्माण किया जा रहा है जिसमें बाड़ी फेंसिग, ट्यूबबेल निर्माण, छोटे-छोटे गोदाम,डबरी निर्माण व छोटे-छोटे वर्क शेड बनाये जा रहे हैं, जहां उत्पादित फल व सब्जियां रखी जायेंगी। इस काम के लिए 99 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं।

उद्यानिकी विभाग के उप-संचालक ने बताया कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना से बाड़ी में मिश्रित फलों का उद्यान और कृषि वानिकी के अंतर्गत आने वाले पौधों का रोपण कराया जायेगा। बाड़ी में आम, अमरूद, नींबू, सीताफल एवं वानिकी पौधरोपण, आलू. जिमीकंद, शकरकंद जैसे कंदवर्गीय फसल सब्जियां, मेथी,मिर्च, धनिया मसाले, भिंडी, बैंगन, टमाटर उगाये जायेंगे। साथ ही कटहल और कृषि वानिकी परिधि-पौधारोपण किये जायेंगे। बाड़ी में एग्रो फारेस्ट्री योजनांतर्गत 25 हेक्टेयर में खम्हार, शीशम, मुनगा के 6500 पौधे, तथा फल पौधरोपण के अंतर्गत 25 हेक्टेयर में आम कलमी, अमरूद,नींबू और सीताफल के 3500 पौधे तथा कटहल और कृषि वानिकी के चार हजार पौधों का परिधि रोपण किया जायेगा। बाड़ी में बीज उत्पादन भी किया जायेगा।

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