मोबाइल फोन के काल डिटेल के आधार पर सम्पर्क में आये लोगों की हो रही खोज

बिलासपुर। गौरेला में अक्सर रहने वाले जिस 14 वर्षीय बालक के कोरोना संक्रमण की पुष्टि मध्यप्रदेश के डिंडौरी में हुई है, उसके सम्पर्क में आने वाले करीब 100 लोगों का और पता चला है। इनमें बहुत से बच्चे हैं, जो उसके साथ क्रिकेट खेलते रहे हैं। इन सबके स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है।

ज्ञात हो कि उक्त किशोर ढाई माह पहले अपने मामा के पास रहने के लिए आया था और उनके गैराज में काम करता था। यहां आने के बाद वह यहां के बाजार में सब्जी का व्यवसाय भी करने लगा। बीते 16 अप्रैल को वह एक सब्जियां ढोने वाली जीप से मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के करंजिया ग्राम गया। वहां सर्दी, खांसी, बुखार की शिकायत पर उसकी जांच डिंडौरी में की गयी और उसके लार का सैम्पल जबलपुर भेजा गया। जबलपुर लैब से टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे डिंडौरी के एक छात्रावास में क्वारांटाइन पर रखा गया है।

इधर गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिला प्रशासन ने उक्त कोरोना पीड़ित किशोर के सम्पर्क में आये लोगों की और छानबीन आज शुरू कर दी। गौरेला कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने बताया कि उक्त किशोर गौरेला में कुछ युवकों के साथ क्रिकेट खेलता था। किशोर के मोबाइल से मिले कॉल डिटेल के आधार पर उसके सम्पर्क में आने वाले करीब 100 और लोगों का पता चला है, इन सभी के स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि उक्त किशोर के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सामने आने पर जिला प्रशासन ने तुरंत जरूरी कदम उठाये। गौरेला के गोरखपुर इलाके में उसके मामा के घर के सदस्यों और सब्जी बाजार में सम्पर्क में आये लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद 30 से अधिक लोगों को सोमवार से ही क्वारांटाइन पर रखा गया है।

जिला कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने बताया है कि कोरोना संक्रमित किशोर के सम्पर्क में आये लोगों को क्वारांटाइन पर रखा गया है और सभी संक्रमण रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये गये हैं।

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