बिलासपुर। कोविड अस्पताल से मुझे नया जीवन मिला है। वहां के डॉक्टर्स किसी देवदूत से कम नहीं हैं। यह कहना है शहर की हेमू नगर निवासी पियाली घटक का। 48 वर्षीय पियाली कोरोना पॉजिटिव थीं और 19 सितंबर को पूरी तरह से स्वस्थ होकर कोविड अस्पताल से लौटीं।

कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें 6 सितंबर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वे पहले से डायबिटीज की मरीज हैं।  इसलिए उनकी स्थिति ज्यादा खराब थी। उनका इलाज पहले दूसरे अस्पताल में चल रहा था लेकिन वहां उनकी तबीयत में सुधार नहीं आ रहा था बल्कि तबीयत और बिगड़ रही थी तब उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब उन्हें यहां लाया गया तब उनकी स्थिति नाजुक थी।  उन्हें आईसीयू में रखा गया। यहां के डॉक्टर्स धैर्य के साथ उनका इलाज करते रहे और स्टाफ का सहयोग भी अच्छा रहा। अब वह पूरी तरह से ठीक हो गईं।

पियाली घटक कहती हैं कि कोविड अस्पताल में सही समय पर सही इलाज मिलने से वह स्वस्थ हो पाई। वे कोविड अस्पताल की व्यवस्था, डॉक्टर शैफाली, और दूसरों की तारीफ कर रही हैं। घटक कहती हैं कि घर आने के बाद भी डॉक्टर्स अभी भी फोन करके तबीयत पूछते हैं। चिकित्सा के दौरान भी उन्होंने हमेशा मनोबल बनाए रखा।

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