बिलासपुर। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के धनोरा ग्राम में हुई अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझा ली।

22 जनवरी को मरवाही थाने में फोन से सूचना मिली कि ग्राम धनौरा के खैरबना नर्सरी में किसी व्यक्ति की जली लाश पड़ी है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने पाया कि शव लगभग पूरी तरह जल चुका है और मामला हत्या का है। मृतक की पहचान हरिश्चंद्र केवट (45 वर्ष) के रूप में उसके बेटे ज्ञानेश ने की।

छानबीन के दौरान मालूम हुआ कि मृतक का मेलजोल गांव के ही उदयभान उइके की पत्नी से था। इस बात को लेकर मृतक और उदयभान के बीच पहले कई बार विवाद हो चुका है। पुलिस ने उदयभान को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि 21 जनवरी को दोपहर करीब 12 बजे नर्सरी में उसने मृतक हरिश्चंद्र को अपनी पत्नी के साथ देख लिया था। आक्रोशित होकर उसने हरिश्चंद्र के गले में गमछा लपेटकर घोट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसने शव को नदी के किनारे एक गड्ढे में दिन में ही छिपा दिया और रात में जाकर सूखी झाड़ी लकड़ी रखकर, माचिस से आग लगाकर शव को जला दिया। पुलिस ने उदयभान को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

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