बिलासपुर। भारतीय रेलवे रेल भाड़े के अलावा वह आमदनी बढ़ाने के लिए ‘न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रेवेन्यू आइडियाज स्कीम’ (NINFRIS) पर काम कर रही है । यह योजना जोनल रेलवे के सभी मंडलों में शुरू किया जा रहा है । जोनल स्तर पर नए विचारों और अवधारणाओं को प्राप्त करना, उनका जांचना और योग्य अवधारणाओं को रेलवे में कार्यान्वित करने प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
पूरा फोकस उन सभी नए विचारों और अवधारणाओं पर केंद्रित होगा जिनका पहले परीक्षण या उपयोग नहीं किया गया हो और जिनमें रेलवे की आय बढ़ाने की क्षमता हो। इन विचारों और अवधारणाओं को निष्पादित करने के लिए मंडल रेल प्रबंधकों को पूर्ण अधिकार दिया गया है। मंडल के वाणिज्यिक विभाग के अधिकारी प्रस्तावों को संपादित करने के लिए प्रभाग में नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इनके अलावा स्कीम में अन्य विशेषताओं के तहत सावधानी और सुरक्षा के उपायों को काफी महत्व दिया गया है। रेलवे नियमों के तहत किसी भी परियोजना में निर्धारित स्वच्छता, निर्माण, अग्नि-सुरक्षा के मानकों का उल्लंघन नहीं किया जायेगा । शुरू की गई परियोजनाएं किसी भी राजनीतिक या धार्मिक रूप से प्रेरित नहीं होगी और यह कि इसके तहत कोई स्थायी संरचना का निर्माण नहीं होना होगा। ऐसी परियोजनाओं पर तत्काल प्रभाव से विचार किया जायेगा। सभी मंडलों के वाणिज्य विभाग ने यह प्रक्रिया शुरू कर दी है और 6 नवंबर तक इसके लिए प्रस्ताव भी मांगे गए हैं। स्वीकृत प्रस्तावों पर अनुबंध एक साल के लिए किया गया है।
ज्ञात हो कि रेलवे पार्किंग चार्ज में बड़ी वृद्धि, ऑनलाइन बुकिंग पर सेवा शुल्क जैसे अतिरिक्त आय के साधन रेलवे ने पहले से ही अपना रखा है।