दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) 12 साल के इंतजार के बाद आखिरकार पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के फाइनल नें जगह बनाने में सफल रही है जहां उसका सामना 10 नवंबर को मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) से होगा। दिल्ली ने रविवार को लीग के 13वें सीजन के दूसरे क्वालीफायर में 2016 की विजेता सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) को 17 रनों से हरा पहली बार लीग के फाइनल में जगह बनाई। दिल्ली पहले क्वालीफायर में मुंबई से हार कर दूसरे क्वालीफायर में आई थी। अब एक बार फिर उसे मुंबई से भिड़ना होगा। दिल्ली ने इस मैच में शुरू से अपना दबदबा दिखाया। टॉस जीतकर उसने पहले बल्लेबाजी की और शिखर धवन (78 रन, 50 गेंद, 6 चौके, 2 चौके) की आक्रामक पारी के बलबूते 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 189 रन बनाए। हैदराबाद 190 रनों के लक्ष्य को पार नहीं कर पाई। पूरे ओवर खेलने के बाद भी वह आठ विकेट के नुकसान पर 172 रन ही बना सकी। धवन के अलावा दिल्ली की जीते के हीरो मार्कस स्टोयनिस रहे, जिन्होंने 38 रन बनाए और अहम समय पर तीन बड़े विकेट निकाले। कैगिसो रबादा ने चार विकेट लिए।

बल्लेबाजी में आक्रामक शुरुआत करने वाली दिल्ली ने गेंदबाजी में भी इसी तरह की शुरुआत की। रबादा ने दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर डेविड वार्नर (2) को बोल्ड कर दिया। वार्नर के साथ पारी की शुरुआत करने आए प्रियम गर्ग (17) ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए। उनकी पारी को स्टोयनिस ने खत्म कर दिया। स्टोयनिस ने भी फिर एक और खतरनाक बल्लेबाज मनीष पांडे (21) को भी पवेलियन की राह दिखाई। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ हैदराबाद को जीत दिलाने वाली केन विलियम्सन (67रन, 45 गेंदें, 5 चौके, 4 छक्के) और जेसन होल्डर (11) की जोड़ी मैदान पर थी। इसी जोड़ी से हैदराबाद की उम्मीदें बंधी थीं। दोनों ने टीम के स्कोरबोर्ड पर 90 रन का स्कोर टांग दिया था। होल्डर 12वें ओवर की चौथी गेंद पर अक्षर पटेल की गेंद पर लंबा शॉट मारने के प्रयास में प्रवीण दुबे के हाथों लपके गए।

दिल्ली के लिए सबसे बड़ी मुसीबत विलियम्सन विकेट पर थे और लगातार रन बना रहे थे। होल्डर के बाद आए युवा बल्लेबाज अब्दुल समद ने भी उनका साथ दिया और आक्रामक बल्लेबाजी की। चार ओवरों में हैदराबाद को 51 रनों की जरूरत थी। विलियम्सन जिस अंदाज में खेल रहे थे मैच दिल्ली की पकड़े से छूटता दिख रहा था। इसी समय अय्यर ने स्टोयनिस को बुलाया और यह खिलाड़ी एक बार फिर गेम चेंजर साबित हुआ। स्टोयनिस ने विलिम्यसन को रबादा के हाथो कैच कर हैदराबाद को लगभग मैच से बाहर कर दिया।

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विलियम्सन के जाने के बाद हैदराबाद को तीन ओवरों में 42 रनों की जरूरत थी। 18वें ओवर से 12 रन आए और अब दो ओवरों में 30 रन चाहिए थे। 19वें ओवर में रबादा ने अब्दुल समद (33 रन, 16 गेंद) और राशिद खान (11) को आउट कर हैदराबाद की बची खुची उम्मीदों को खत्म कर दिया। इससे पहले, हैदराबाद का मजबूत गेंदबाजी आक्रामण आज खासा प्रभाव नहीं छोड़ सका। स्टोयनिस को धवन के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए भेज दिल्ली ने हैदराबाद पर दबाव डालना चाहा। हैदराबाद की यह चाल कामयाब रही। स्टोयनिस ने आक्रामक बल्लेबाजी की और धवन ने भी। स्टोयनिस का जो काम था वो उन्होंने हैदराबाद के गेंदबाजों को दबाव में ला कर दिया था, लेकिन इस बल्लेबाज के पास राशिद खान की फिरकी का कोई जवाब नहीं था।

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राशिद ने स्टोयनिस को नौवें ओवर में बोल्ड कर दिया। कप्तान श्रेयस अय्यर (21) ने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 40 अहम रन जोड़े। स्टोयनिस के विकेट के बाद हैदराबाद की कोशिश दिल्ली को बैकफुट पर भेजने की थी। लेकिन धवन और कप्तान ने उस पर पानी फेर दिया। जेसन होल्डर ने अय्यर को आउट तो किया लेकिन फिर शिमरन हेटमायर ने धवन के साथ काम को आगे बढ़ाया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 52 रनों की साझेदारी निभाई। धवन तो संदीप शर्मा की गेंद पर आउट हो गए। हेटमायर 42 रन बनाकर नाबाद लौटे। उन्होंने 22 गेंदें खेलीं और चार चौके तथा एक छक्का लगाया।

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