बिलासपुर। कोटा विधायक डॉ. रेणु जोगी ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को पत्र लिखकर कोरोना की तीसरी लहर से बचने की तैयारी के लिये कई सुझाव दिये हैं। उन्होंने सुझाव दिया है कि प्रदेश के ऐसे सभी अस्पताल जिनमें 100 बिस्तर उपलब्ध हैं, उनमें अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट का सेटअप तैयार किया जाये। साथ ही पूरे कार्य की समय सीमा तय की जाये।

डॉ. जोगी ने कहा कि  एम्स नई दिल्ली के निदेशक ने अगले 6 से 8 सप्ताह में देश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जाहिर की है। साथ ही पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में विशेषज्ञों ने 4 सप्ताह में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना जताई है। मध्यप्रदेश में भी डेल्टा वैरिएंट के मिलने की सूचना आई है। इसे देखते हुए क्षेत्रीय कुष्ठ प्रशिक्षण व अनुसंधान संस्थान में इमरजेंसी कोविड रिस्पांस प्लान मद से राशि खर्च की जाये। इस मद में बीते वित्तीय वर्ष में 41 करोड़ 89 लाख रुपये खर्च किये गये हैं, जबकि केन्द्र से इस मद में 109 करोड़ 21 लाख रुपये प्रदान किये गये थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भारत सरकार ने शेष राशि को इस वित्तीय वर्ष में खर्च करने की अनुमति दी है तथा यह भी सुझाया गया है कि इसे किन योजनाओं में खर्च किया जाये। पिछले माह स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने सभी अस्पतालों व लैब संचालकों की बैठक लेकर उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट का सेटअप अतिशीघ्र डालने कहा था। प्रदेश में तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए ऐसा करना आवश्यक है। डॉ. जोगी ने सिंहदेव से कहा कि एक डॉक्टर होने के साथ साथ वे प्रदेश की अनुभवी जनप्रतिनिधि हैं, इस नाते उनके सुझावों पर गंभीरता से विचार करें।

 

 

 

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