बिलासपुर। शराब पीकर वाहन चलाने और अन्य अपराधों के मामलों में किसी व्यक्ति के परीक्षण के लिये अब पुलिस के पास एक नया स्मार्ट उपकरण ‘अल्कोखोज’ आ गया है। इस उपकरण ईजाद बिलासपुर के ही युवाओं की कम्पनी ने किया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार बघेल ने बताया कि बिलासपुर की तायलटेक कम्पनी के युवा यह उपकरण तैयार करते हैं। इसका निर्माण वे पिछले कई वर्षों से करते आ रहे हैं पर कोरोना में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काम करने के लिये इसकी मांग अब बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि मिजोरम, गुड़गांव, हिमाचल प्रदेश, केरल की पुलिस के अलावा रेलवे भी इसका इस्तेमाल कर रही है। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के प्रस्ताव पर मुख्यालय से अनुमति मिलने पर यातायात शाखा को इसके 20 सेट उपलब्ध कराये गये हैं।

एक कार्यशाला में तायलटेक कम्पनी के प्रोपाइटर अजय अग्रवाल व उनकी टीम के टेक्नीशियन रोहित यादव, ज्योति सोनी, संजीत श्रीवास्तव ने यातायात अधिकारियों व जवानों को इसकी विशेषताओं और उपयोग के तरीके बताये। सम्बन्धित व्यक्ति के सम्पर्क में आये बिना ही इसमें उसके अल्कोहल के रीडिंग कर ली जायेगी। एल्कोमीटर की तरह इसमें पाइप की आवश्यकता नहीं होगी। एक बार टेस्टिंग होने के बाद बिना पासवर्ड के रीडिंग डिलीट नहीं होगी। रीडिंग की रिपोर्ट पांच से 6 सेकेन्ड में स्क्रीन वायरलेस प्रिंटर पर मिल जायेगी। इसका आकार मोबाइल फोन की तरह छोटा और वजन करीब 200 ग्राम है। व्यक्ति के होने या बेहोश में होने, दोनों ही अवस्थाओं में रीडिंग की जा सकती है। इसमें 15 हजार तक की संख्या में रिपोर्ट स्टोर की जा सकती है, जिसे पासवर्ड के जरिये कम्प्यूटर पर ट्रांसफर किया जा सकता है। कम्पनी ने इस उपकरण की तीन वर्ष की गारंटी भी दी है।

आगामी दिनों में इस उपकरण का उपयोग यातायात पुलिस द्वारा नशे की हालत में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों की जांच एवं मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 की कार्रवाई के लिये की जायेगी।

कार्यशाला में आज यातायात डीएसपी सत्येन्द्र पांडे, निरीक्षक अरविन्द किशोर खलको, निरीक्षक प्रमोद किसपोट्टा, ए. एक्का, प्रवीण राजपूत, एस आई उमाशंकर पांडे, एएसआई मनोज पांडे, रामप्रताप यादव, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह ठाकुर व अन्य जवानों ने इसके उपयोग के तरीके को समझा।

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