बिलासपुर। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 100 पैरालीगल वालेंटियर्स को आज कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों की मदद के लिए प्रशिक्षण दिया गया। क्लाउड एप के जरिये दिये गए इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में वालेंटियर्स को बताया गया कि किस तरह से महामारी से पीड़ितों की मदद करनी है तथा इसकी चपेट में आने से लोग अपने आप को सुरक्षित रखें।

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिले में पैरा लीगल वालंटियर्स की नियुक्ति की गई है तथा उन्हें समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जाता है। कोरोना महामारी से जब पूरा देश जूझ रहा है तो विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलवी (पैरालीगल वालेंटियर्स) भी गली-गली, घर-घर, हाट-बाजार, स्कूल चिकित्सालयों में जाकर लोगों के बीच इसकी सुरक्षा एवं बचाव के लिए अभियान चला रहे हैं। लोगों को चिकित्सा सुविधा राशन उपलब्ध कराने, मास्क सैनिटाइजर उपलब्ध कराने और उनके उपयोग हेतु प्रेरित करने के संबंध में वे जानकारी दे रहे हैं। इसके अलावा पीएलवी द्वारा विभिन्न स्थानों को सैनेटाइज करने में मदद की जा रही है।

छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा ने वालेंटियर्स के लिये ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने का निर्देश सदस्य सचिव सिद्धार्थ अग्रवाल तथा यूनिसेफ को दिया था। इसी के तहत यूनिसेफ रायपुर के द्वारा ऐप के माध्यम से ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया। इसमें राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव सिद्धार्थ अग्रवाल, यूनिसेफ की चेतना देसाई, प्रियंका सेठी, अभिषेक सिंह व विशाल सिंह राठौर ने ट्रेनिंग दी।

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