बिलासपुर। रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे का काम अब तक अधूरा है पर टोल-प्लाजा शुरू कर दिया है। आज सुबह से यहां से निकलने वाले वाहनों ने जब दोनों तरफ के फेरों की रसीद कटानी चाही तो नाके पर मौजूद कर्मचारियों ने मना कर दिया और वजह बताई कि अभी सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं हुआ है। इसमें 24 घंटे के भीतर दो फेरे होने पर करीब 50 प्रतिशत कम राशि लेने का प्रावधान किया गया है।
वाहन क्रमांक सीजी 10एएफ 1981 पर आज बिलासपुर के अमरजीत दुआ रायपुर के लिए निकले। भोजपुरी नाके पर आज सुबह से टोल टैक्स लेना शुरू कर दिया गया है। जब उन्होंने दोनों तरफ का टैक्स एक साथ जमा कर लेने कहा तो नाके पर बैठे कर्मचारियों ने मना कर दिया और एक तरफ की ही रसीद काटकर दी। वजह यह बताई कि अभी कम्प्यूटर का सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किया गया है।
बिलासपुर और आसपास से सैकड़ों की संख्या में वाहन रोजाना रायपुर जाकर बिलासपुर लौट जाते हैं, इसी तरह सैकड़ों वाहन रायपुर से बिलासपुर आकर उसी दिन वापस लौट जाते हैं। इन सबसे दोनों तरफ की अलग-अलग वसूली की जा रही है। कार के अलावा बड़ी वाहनों को भी दोनों तरफ की रसीद एक साथ कटाने पर यह छूट मिलती है पर उन्हें भी एक ही तरफ की रसीद काटकर दी जा रही है। इस तरह पहले ही दिन लाखों रुपये की अधिक वसूली सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने का हवाला देकर कर लिया गया है और यह अभी भी चल रहा है। नेशनल हाईवे के अधिकारियों ने इस गड़बड़ी को देखे बिना ही टोल नाका चालू करने की मंजूरी दे दी।
ज्ञात हो कि यह ठेका दिलीप बिल्डकॉन कंस्ट्रक्शन कम्पनी को मिला है। अब तक नेशनल हाइवे का काम पूरा नहीं हुआ है। जगह-जगह अब भी सड़क अधूरी होने के कारण डायवर्सन बने हुए हैं। कई स्थानों पर मार्किंग और संकेतक भी नहीं लगाये गये हैं। इसे लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका पर सुनवाई भी चल रही है। नेशनल हाइवे के अधिकारियों को इस देरी के लिए फटकार भी पड़ रही है। इन सबकी परवाह किये बगैर टोल-प्लाजा पर टैक्स की वसूली शुरू कर दी गई है।