कभी-कभार रक्तदान शिविर लगाना काफी नहीं, साल भर अभियान चले

बिलासपुर। संभागायुक्त शिखा राजपूत तिवारी ने अधिकारियों की बैठक लेकर स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित निर्माण कार्यों और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए निर्माण एजेंसी सीजीएमएससी को तेजी से काम पूर्ण करने का निर्देश दिया। कमिश्नर ने ज्यादा मात्रा में रक्तदान संग्रहित करने के लिए रोस्टर बनाकर वर्ष भर रक्तदान शिविर आयोजित करने को कहा है। बैठक में संभाग की तीनों शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन, ब्लड बैंक के नोडल अधिकारी, सीजीएमएससी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

कमिश्नर राजपूत ने जिलों में संचालित सक्रिय ब्लड बैंकों की जानकारी ली। उन्होंने इलाज के लिए रक्त की मांग और इसकी उपलब्धता में अंतर को पाटने के लिए लोगों को रक्तदान के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदा-कदा रक्तदान शिविर लगाना पर्याप्त नहीं है। यह कार्य नियमित रूप से होने चाहिए। स्कूल, कॉलेज और औद्योगिक संस्थानों को शामिल कर एक रोस्टर बनाया जाना चाहिए। इस रोस्टर के अनुरूप साल भर शिविर लगते रहने चाहिए। विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं और समाज प्रमुखों की सेवाएं भी इस पावन कार्य में लिया जाना चाहिए। उन्होंने ब्लड के अलग-अलग अवयव को पृथक कर इन्हें सुरक्षित रखने के उपाय पर जोर दिया।

कमिश्नर ने सिम्स सहित संभाग की तीनों शासकीय मेडिकल कॉलेजों में चल रहे निर्माण कार्यों की धीमी गति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा चल रहे कार्यों की प्राथमिकता तय कर ली जाये और जो काम ज्यादा जरूरी है,उसे पहले पूरा किया जाये। रायगढ़ का मेडिकल कॉलेज शहर से 7 किलोमीटर दूर स्थित है। इसलिए मरीजों के आने-जाने के लिए सिटी बस चलाने की संभावना पर विचार करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए। उन्होंने बड़ी संख्या में विभिन्न पदों पर रिक्तियों की जानकारी लेकर भर्ती शुरू करने के लिए शासन स्तर पर प्रयास करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि और सेवाओं में सुधार राज्य सरकार की प्राथमिकता है। तमाम दिक्कतें दूर कर जनता को उत्कृष्ट स्तर की सेवाएं प्रदान की जायेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here