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राजस्थान की विक्षिप्त महिला को विधिक सहायता मिली, जज ने मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराया

राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी।

इन टोल फ्री नम्बरों पर सूचना देकर आप भी कर सकते हैं असहाय लोगों की मदद…

बिलासपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतनपुर में एक विक्षिप्त महिला कई दिनों से घूम रही थी। यह महिला सामुदायिक स्वास्थ्य परिसर में रहती थी और अस्पताल में आने वाले मरीजों को पत्थर मारकर परेशान करती थी। वह अस्पताल के अंदर घुस कर भी उत्पात मचाती थी। इसके चलते अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती थी। महिला के संबंध में ऐसा कहा गया है कि वह राजस्थान के भरतपुर जिले की रहने वाली है। उसके पते के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं है।

महिला के बारे में रतनपुर के नागरिकों ने सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को दूरभाष से सूचित किया। इस पर संज्ञान लेते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव बृजेश राय ने तत्काल थाना रतनपुर को सूचित किया। उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बिलासपुर के समक्ष लाकर रिसेप्शन आदेश के लिए प्रबंध कार्यालय के अधिवक्ता एवं पैरालीगल वालिंटियर्स ने पेश किया । प्रक्रिया पूरी करने के बाद महिला को राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी बिलासपुर में भेजा गया है। महिला को मानसिक चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है।

मालूम हो कि असुरक्षित और विक्षिप्त अवस्था में सड़कों, सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वाले पुरुष महिलाओं की चिकित्सा व देखभाल के लिये राष्ट्रीय विधिक सहायता प्राधिकरण, नालसा की ओर से दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। जिला विधिक सहायता प्राधिकरण ऐसी सूचनाओं पर तत्काल कार्रवाई करती है। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सूचना अधिकारी शशांक शेखर दुबे ने बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर असुरक्षित रूप से दिखे तो इसकी सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर 18002332528 एवं 15100 उपलब्ध है। कोई भी नागरिक इन नम्बरों पर फोन करके विक्षिप्त या असुरक्षित दिखें तो उनकी सहायता इन नम्बरों से सम्पर्क करके कर सकते हैं।

मालूम हो कि प्रदेश का एकमात्र मानसिक चिकित्सालय सेंदरी बिलासपुर में स्थापित है, जहां 200 बिस्तर हैं। यहां मरीजों की चिकित्सा व देखभाल की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। यह मानसिक चिकित्सालय हाईकोर्ट के आदेश पर तैयार किया गया है और अभी भी इस चिकित्सालय की निगरानी हाईकोर्ट व विधिक प्राधिकरण की ओर से किया जाता है।

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