तीन दिन के भीतर नहीं हटाने पर टीकाकरण बंद करने की चेतावनी

मुंगेली। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नवीन भगत के खिलाफ स्वास्थ्य कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों ने एकजुट होकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कलेक्टोरेट मुंगेली।

पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि 3 मई को जरहागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान टीकाकरण नहीं किये जाने पर एसडीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों राजकुमार साहू व सुनीता मेहर के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए तो बात की ही, सीएमएचओ को दो थप्पड़ लगाने तक की बात कह दी । इससे स्वास्थ्यकर्मी आक्रोशित हो गए है और वे नवीन भगत हटाने की मांग कर रहे हैं।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित कर्मियों द्वारा टीकाकरण नही करने के लिए शासन के ही निर्देश का हवाला देने पर भगत यहां तक कह गए कि टीका लगाना कौन सी बड़ी बात है। यह कार्य तो मैँ या मेरे चपरासी भी कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों को घर घर जाकर टीका लगाने की बात भी कही, जबकि शासन ने निर्धारित टीकाकरण केंद्रों के ही टीकाकरण किये जाने का निर्देश जारी किया है।

अनुविभागीय अधिकारी ने एक भी हितग्राही के आने पर टीका लगाने की बात कही जबकि ऊपर से निर्देश है कि वायल तब ही खोले जाये जब कम से कम 8 से 10 हितग्राही उपस्थित हों क्योंकि वायल खुलने और उपयोग नही होने पर वैक्सीन खराब हो जाता है। जब नवीन भगत को इस बात से अवगत कराया गया तो उल्टे स्वास्थ्य कर्मियों को नियम कानून बताने की बात कह कर डांट दिया। स्वास्थ्य कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिवस में अनुविभागीय अधिकारी के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तो समस्त अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी  कोविड 19 टीकाकरण से समस्त दायित्वों से मुक्त हो जायेंगे जिसका सारा उत्तरदायित्व शासन पर होगा।

कलेक्टर को ज्ञापन सौपने वालों में प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश कश्यप, स्वास्थ्य एवं बहुउद्देश्यीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेंद तिवारी, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राजाराम गोयल तथा छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के अमित दुबे शामिल थे।

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