कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन में जनसंचार माध्यमों की भूमिका पर अटल विवि में वेबिनार

बिलासपुर। कोविड-19 की के प्रभावी प्रबंधन में जनसंचार माध्यमों की भूमिका विषय पर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के वेबिनार में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग के प्रोफेसर शशिकांत शर्मा ने कहा कि नकारात्मक खबरों से नुकसान नहीं है बल्कि वर्तमान समय में यह फायदेमंद है। इन खबरों से जनता के मन में डर पैदा होता है जिससे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में कराने में सहायता मिलती है। उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि सकारात्मक सूचनाएं प्रमाणिकता के साथ प्रकाशित करें। प्रो. शर्मा ने इस बात पर चिंता जताई की प्रिंट मीडिया को कोरोना काल में भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है और सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय प्रयागराज के कुलपति प्रो. राम मोहन शुक्ला वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में सांस और संचार अटूट रिश्ते में बंधे हुए हैं।  इस वैश्विक बीमारी में पत्रकारिता दांव पर लगी हुई है। खबरों की प्रमाणिकता के लिए उसे क्रास चेक करना आवश्यक है। वर्तमान महामारी में पत्रकारिता जगत से अगर बलिदान की भी जरूरत है तो इसके लिए भी आगे आना चाहिए। इस महामारी से शिक्षा जगत को भी भारी क्षति हुई है। खेल मैदानों से वंचित रह कर बच्चों को भी बड़ा नुकसान हुआ है स्कूल कॉलेजों में छात्रों का समूह नदारत है।

वेबिनार के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार डॉ वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि पत्रकार ईश्वर से भी अधिक प्रभावशाली है। पत्रकार अपनी वाणी व कलम के माध्यम से करोड़ों लोगों को प्रभावित करते हैं। पत्रकारों के लिए संयम, मर्यादा ध्यान और सत्य में अटल रहना जरूरी है। पत्रकार सहस्त्र मुखी नहीं अपितु कोटि मुख वाले होते हैं। इसका ध्यान रखना होगा। डॉ. वैदिक ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भी इस दौर में खबरों को दिखाने में संयम रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की नैतिक जिम्मेदारी कि इस महामारी के दौर में हो रही कालाबाजारी की पोल खोलें।

अटल विवि के कुलपति प्रो. अजय दिवाकर नाथ बाजपेयी ने कहा कि एक पत्रकार की हिम्मत क्या होती है इसके लिये पं. मदन मोहन मालवीय को याद किया जाना चाहिये। जलियांवाला बाग नरसंहार की खबरें जब अखबारों से नदारद थीं तब उन्होंने पीड़ित परिवारों से जाकर मुलाकात की और रिपोर्टिंग की। इसी तरह से आजाद हिन्द फौज की गतिविधियों की रिपोर्टिंग पत्रकारों ने की।

कार्यक्रम की समन्वयक प्रो. श्रेया साहू व प्रो. सौमित्र तिवारी ने अतिथियों का परिचय दिया और अपने विचार रखे। कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा ने विषय प्रवर्तन किया और इस आयोजन को लघु कुंभ बताया।

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