करगीरोड (कोटा)। बिलासपुर वन मंडल क्षेत्र बेलगहना वन परिक्षेत्र में सागौन सहित इमारती पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर है। एक ओर कृषक वन भूमि पर कटाई कर अवैध कब्जा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लकड़ी तस्कर इमारती लकड़ी विशेषकर सागौन की लकड़ी की अवैध कटाई कर उसे चोरी छुपे फर्नीचर बनाकर बेचने में लगे हैं। अवैध कटाई से लेकर फर्नीचर के निर्माण व बिक्री खुलेआम चल रही है।
वन विभाग के अधिकारियों का गश्त भी नहीं करते हैं। अवैध कटाई वन विभाग की सरपरस्ती पर ही खुलेआम चल रही है। जंगलों के संरक्षण संवर्धन तथा वनों की सुरक्षा के लिए केंद्र व राज्य सरकार प्रतिवर्ष क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है किंतु जंगल और पर्यावरण को बचाने में वन विभाग विफल साबित हो रहा है ।
इस समय बेलगहना हाई स्कूल से लगे बहेरामुड़ा जाने वाली मुख्य मार्ग पर कक्ष क्रमांक1204 में सागौन पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है। जंगल के अंदर पहाड़ी तक सैकड़ों सागौन पेड़ों की अवैध कटाई की गई है। इनकी ठूंठ अभी भी मौजूद है, जिन पर वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे वन तस्करों के हौसले बुलंद हैं। अब वे सड़क किनारे के पेड़ों को काटकर परिवहन करने में लगे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर वनरक्षक व डिप्टी रेंजर को शिकायत भी की थी किंतु उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
इमारती लकड़ियों के घने जंगल से घिरा दिखने वाले बेलगहना वन परिक्षेत्र में सागौन के हरे-भरे पेड़ों की जगह कटाई के कारण अब सिर्फ ठूंठ चारों तरफ नजर आ रहे हैं।
बेलगहना के रेंजर विजय साहू का कहना है कि अभी सर्च में उन्होंने वन कर्मचारियों को भेजा है। गश्त होती है फिर भी पेड़ कैसे कटा मौके पर जाने से समझ में आयेगा। सभी जगह चौकीदार हैं, जांच कराता हूं।