आग बुझाने की कोशिश में तीन कर्मचारियों की हालत बिगड़ी

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, सिम्स में आज सुबह शार्ट सर्किट से लगी आग से हड़कम्प मच गया। दिन भर इसे लेकर अफवाहें भी चलती रही। शाम को यहां राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी दौरा किया और घटना की जांच कराने और लापरवाही पाये जाने पर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। आग बुझाने के दौरान सिम्स के तीन कर्मचारियों की तबियत दम घुटने के कारण बिगड़ गई। सिम्स के किसी भी मरीज के हताहत होने की खबर नहीं है।

घटना मंगलवार सुबह 11 बजे की है। शिशु वार्ड के नीचे सिम्स चिकित्सालय का बिजली कंट्रोल यूनिट लगा है। इसमें से कुछ लोगों ने धुआं और लपट निकलते देखा। आग शिशु वार्ड, एक्स रे वार्ड सहित प्रसूति कक्ष की ओर भी बढ़ने लगा। यहीं रेडियोलॉजी विभाग भी है। आनन-फानन में अस्पताल के कर्मचारियों ने पावर की सप्लाई रोकी और फायर फाइटर, पानी, रेत लाकर आग पर काबू पाने की कोशिश की।

इस बीच फायर  ब्रिगेड को भी फोन कर दिया गया, जो 20 मिनट बाद यहां पहुंच गई। इस बीच धुआं ऊपर के वार्डों में जाने लगा। खतरे को देखते हुए शिशु वार्ड में भर्ती 40 बच्चों में से 30 को अस्पताल के दूसरे हिस्से में शिफ्ट किया गया, कुछ को जिला अस्पताल भी भेजा गया। इसके अलावा यहां इलाज करा रहे सात गंभीर बच्चों को एक निजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। आईसीयू में इलाज करा रहे कुछ बच्चों के लिए बेहतर सुविधा नहीं होने के कारण भी जिला अस्पताल से निजी अस्पतालों में शिफ्ट किया गया।

करीब 40 मिनट बाद आग पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया। विधायक शैलेष पांडेय और जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस घटना की खबर पाकर सिम्स पहुंच गये थे उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर यहां की बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही। घटना की जानकारी मिलने पर आज शाम बिलासपुर पहुंचे राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने सिम्स पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली। यह बात सामने आई है कि संभवतः गुणवत्ता विहीन बिजली उपकरण और केबल का होना शार्ट सर्किट का कारण हो सकता है। अग्रवाल ने मामले की जांच कराने और दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

घटना के बाद दिनभर तमाम तरह की अफवाहें चलती रहीं। एक बच्चे की दम घुटने से मौत और एक अन्य की  हालत गंभीर होने की बात भी सामने आई। जबकि सिम्स प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार वार्ड के बच्चों को समय पर दूसरे स्थानों पर सावधानी पूर्वक शिफ्ट कर दिया गया था। एक तीन दिन के नवजात की मौत हुई है, जिसे दूसरे अस्पताल से एक दिन पहले ही यहां लाकर भर्ती कराया गया था। उसे सांस लेने में तकलीफ थी। सिम्स के अधीक्षक डॉ. भानुप्रताप सिंह के अनुसार उसकी मौत का आग लगने की घटना से सम्बन्ध नहीं है। दूसरी ओर आग बुझाने के प्रयास में तीन कर्मचारी इकबाल, रुद्र और उपेन्द्र दम घुटने के कारण बेहोश हो गये, जिनको इलाज के लिए सिम्स में ही भर्ती कराया गया।

 


 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here