‘बावरा मन’ के वर्चुअल मंच पर शनि-रवि को फिर बहेगी संगीत की बयार…

बिलासपुर। वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए मंचों पर सजने वाली सांस्कृतिक और सांगीतिक महफिलों के स्थान पर ऑनलाइन कलाकारों की प्रतिभा से सीधे रूबरू होना अब कलाप्रेमियों को भाने लगा है। कलाप्रेमी जनमानस अपने परिवार सहित घर बैठे इन प्रस्तुतियों का आनंद उठा रहे हैं। “बावरा मन” के पिछले हफ्ते के दो दिवसीय फेसबुक लाइव कार्यक्रम को काफी सराहा गया था। इस पर सैकड़ों की संख्या में क्लिक, लाइक, शेयर और कमेंट्स भी किए।

इस सप्ताहांत फिर से शनि और रवि की शाम 7 बजे से बावरा मन के फेसबुक अकाउंट में दो लाइव प्रस्तुतियाँ होंगी। पहली शाम, बावरा मन के कलाकार-सदस्य अंचल शर्मा परिवार के साथ प्रस्तुति देंगे । बिलासपुर के अंचल शर्मा को मशहूर गायक मुकेश के गीतों को बेहतरीन तरीके से गाते हैं।  वे विगत 30 वर्षों से भी अधिक समय से गीत-संगीत के प्रेमियों का मनोरंजन कर रहे हैं । छत्तीसगढ़ रत्न और मध्यप्रदेश में बेस्ट वॉइस ऑफ मुकेश के सम्मान से नवाजे जा चुके अंचल शर्मा ने जबलपुर, भोपाल और मुंबई के कई मंचों में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है । मशहूर संगीतकार जोड़ी कल्याणजी-आनंदजी मे से आनंद जी के 50 से भी अधिक संगतकारों के समूह के साथ भी उन्होने जीवंत प्रस्तुतियाँ दी हैं। अंचल की छत्तीसगढ़ी जसगीतों की एल्बम “चिरैया बोले मईया मईया” ने भी धूम मचा रखी है । उनकी ज्योति शर्मा भी एक अच्छी गायिका है। आकाशवाणी भोपाल की वह 5 वर्ष की उम्र में ही बाल कलाकार बन गई थीं। खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से संगीत विशारद की उपाधि प्राप्त ज्योति शर्मा के खाते मे लता जी, आशा जी सहित सभी गायिकाओं के गाये गीतों की उम्दा प्रस्तुतियाँ दर्ज है। उनकी सुपुत्री माहुरी और पुत्र शगुन भी अपने माता-पिता की तरह संगीत के क्षेत्र में अपना भविष्य सँवारने में  लगे हैं । शगुन “ज़ी-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़” के सिंगिंग शो में “आवाज़ ऑफ छत्तीसगढ़” भी रहे हैं । माहुरी और शगुन खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से संगीत विशारद की उपाधि प्राप्त कर संगीत की उच्च शिक्षा ले रहे हैं।

रविवार को सायं 7 बजे “बावरा मन” के संरक्षक-सदस्य डॉ. देविन्दर सिंह गीत-गायन की अनूठी छटा बिखेरेंगे। डॉ सिंह बिलासपुर के प्रतिष्ठित अपोलो अस्पताल में कुशल गैस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट हैं और पेट संबंधी रोगों के उपचार के लिए प्रसिद्ध हैं । चिकित्सा-सेवा के मूल पेशे से जुड़े डॉ देविन्दर सिंग अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी बखूबी कर रहे हैं। चिकित्सा के साथ-साथ सामाजिक संस्था रोटरी इंटरनेशनल , पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित संस्था ऑक्सी-जोन के जरिये उन्होने अनेक बेहतर और उल्लेखनीय कार्य किए हैं । डॉ सिंह को  गीत-संगीत से बेहद लगाव है। डॉ सिंह ने लॉकडाउन के दौरान विगत 17 मई को “द वारियर्स महफिल” नाम से एक ऑनलाइन गीत-संगीत का कार्यक्रम भी आयोजित किया था जिसमें देश के अनेक मशहूर चिकित्सकों ने ऑनलाइन प्रस्तुतियां दी थी । यह कार्यक्रम  डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अत्यंत सराहा गया । “बावरा मन” के माध्यम से डॉ सिंह शास्त्रीय कला-संगीत के प्रोत्साहन के लिए भी प्रयासरत हैं ।

सांस्कृतिक संस्था “बावरा मन” के अध्यक्ष पी. रामा राव और सचिव राजेश दुआ ने कहा है कि रुचिसंपन्न दर्शक बावरा मन के फेसबुक अकाउंट पर जाकर कार्यक्रम से पहले ही “लाइक” कर पंजीयन करा सकेंगे । कार्यक्रम के दौरान भी बावरा मन को लाइव सुना जा सकता है ।  उन्होने बताया कि आने वाले हफ्तों में कला-प्रेमियों को गायन-वादन-नृत्य, व्याख्यान, कवितायें, रंगकर्म और साहित्यिक विमर्श के अलग-अलग रंग  देखने को मिलेंगे । “बावरा मन” की ओर से  सुधि श्रोताओं से हर शनि-रवि की शाम इस अनूठे  मंच और वर्चुअल कन्सर्ट का हिस्सा बनने की अपील की गई है।

इस लिंक के माध्यम से बावरा मन के पेज में जाकर लाइक किया जा सकता है-
https://www.facebook.com/BAWARAMANN2019/

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