बिलासपुर। संसद द्वारा पारित किए गए नए कृषि कानून पर सांसद अरुण साव ने किसान संगठनों के पदाधिकारियों एवं जिले के प्रगतिशील कृषकों के साथ परिचर्चा के दौरान कहा कि कुछ लोग किसानों की स्वतंत्रता को सहन नहीं कर पा रहे हैं। विपक्षी यह समझ लें कि जब तक किसानों की तरक्की नहीं होगी, देश की तरक्की नहीं होगी।

नेहरू चौक कार्यालय में आयोजित परिचर्चा में साव ने कहा कि गलत नीतियों व दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी के कारण आजादी के इतने वर्षों बाद भी किसानों की स्थिति में अपेक्षानुरुप सुधार नहीं आया है। आज भी किसान शादी, गृह निर्माण, गंभीर बीमारियों के इलाज सहित अपनी अन्य बड़ी पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए जमीन बेचने पर मजबूर है।

पूर्व प्रधानमंत्री  भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई किसान क्रेडिट योजना को छोड़ दें तो आजादी के बाद बाद से अब तक किसानों की तरक्की के लिए कोई बड़ी योजना नहीं बनी थी। अब जाकर केन्द्र की मोदी सरकार ने किसानों के हित में, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के हित में और देश के हित में नया कृषि कानून लाया है। यह कानून किसानों को आत्मनिर्भर व संबल बनाने वाला और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला तथा किसानों को बंधनों व शोषण से मुक्ति दिलाने वाला कानून है। इससे किसानों की आय दोगुनी होगी,  रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। अब किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिलेगा।

साव ने नए कृषि कानून को लेकर मचे सियासी बवाल का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों के लिए काला धन कमाने का एक और रास्ता बंद हो गया है। जिन कृषि उपकरणों की पूजा करते हैं, विपक्ष उन्हें जलाकर किसानों का अपमान कर रहा है। कार्यक्रम को जिला भाजपाध्यक्ष रामदेव कुमावत, धीरेन्द्र दुबे, कमलेश सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनील जायसवाल एवं आभार प्रदर्शन रामचरण वस्त्रकार  ने किया। इस अवसर पर चांदनी भारद्वाज, संतोष अग्रवाल, माधो सिंह ठाकुर, राजू सिंह, राजेश्वर पटेल, कृष्णा भट्ट, बसंत पुरी गोस्वामी,  सोनू तिवारी, रामप्रसाद साहू, राजेश वर्मा, विक्रम सिंह, महेश यादव, विजय यादव, राजकमल सूर्यवंशी, लक्ष्मण मरकाम, देवानंद कौशिक, आकाश कश्यप, सदानंद क़ुर्रे, अनूप कुमार भोसले, अशोक ठाकुर, गेंदराम वस्त्रकार आदि उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here