रायपुर। खैरागढ़ राजघराने के उत्तराधिकारी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे से विधायक देवव्रत सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। देवव्रत सिंह ने यह बयान उस वक्त दिया है, जब जनता कांग्रेस के कांग्रेस में विलय की खबरें मजबूती से राजनीतिक गलियारों में दौड़ रही है।

इतना ही नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार के मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी इस बात पर मीडिया से चर्चा कर दवा किया कि “जनता कांग्रेस के तीन विधायक कांग्रेस में शामिल होना चाहते है।” अब देवव्रत सिंह के बयान से सियासी बाजार में खलबली मच गई है।

दरअसल मीडिया से चर्चा के दौरान जेसीसीजे विधायक देवव्रत सिंह ने यह कहा कि “अब हम इस पार्टी को मजबूती से नहीं चला सकते है। मेरा यह मत है कि अमित जोगी कांग्रेस में शामिल हो जाएं। देवव्रत ने खुद के भी कांग्रेस में शामिल होने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उनके खून में कांग्रेस है।

उन्होंने कहा कि “अगर मेरा ब्लड टेस्ट कराया जाए तो रिपोर्ट कांग्रेस ही आएगा। देवव्रत ने कहा कि “पिछले एक डेढ़ साल से यह बात चल रही है की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के संस्थापक अजीत जोगी के निधन के बाद से ही पार्टी कमजोर हो गई है।

कई कार्यकर्ता भी मरवाही चुनाव के दौरान जनता कांग्रेस से कांग्रेस में प्रवेश कर चुके है। ऐसे में अब अमित जोगी को भी कांग्रेस में वापसी कर लेनी चाहिए।” उन्होंने यह दावा किया है कि अमित जोगी के दिल में भी कांग्रेस रची बसी है।

रेणु की हुई मुलाक़ात
देवव्रत ने इन बयानों के पीछे पार्टी का एक और राज खोला है। उन्होंने जोगी के कांग्रेस वापसी को लेकर कहा कि रेणु जोगी की अहमद पटेल के साथ भी चर्चा हुई है। वही कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने भी जोगी को कांग्रेस में वापसी के निर्देश दिए है। संवैधानिक परिस्थितियों के चलते अब आगे क्या होगा यह कह पाना फिलहाल मुश्किल है।

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