कोरोना वायरस के कारण देशभर में लगे लॉकडाउ  को लेकर भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. गृह मंत्रालय  की नए फैसले के मुताबिक, 30 नवंबर तक कंटेनमेंट जोन  में लॉकडाउन का सख्ती से जारी रहेगा.इसके अलावा राज्य के अंदर और बाहर परिवहन पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होगी. साथ ही सामान या व्यक्ति को ट्रैवल करने के लिए किसी तरह की अनुमति लेने की जरूरत नहीं रहेगी.

कम हो रही है संक्रमितों की संख्या

कुछ समय पहले तक देश में कोरोना वायरस बेकाबू नजर आ रहा था. हर दिन मामले लगातार बढ़ रहे थे. हालांकि, सितंबर के तीसरे हफ्ते के बाद से मामलों की संख्या में कमी आई है. 26 अक्टूबर को भारत में कोरोना वायरस के 79,11,104 संक्रमण के मामले थे. जिनमें से एक्टिव केस की संख्या 6,55,935 थी. रिकवरी रेट को देखा जाए कुल संक्रमितों में 90.18 फीसदी लोग ठीक हो चुके थे. हालांकि, सबसे ज्यादा मौतों के लिहाज से भारत अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरा देश है.

वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, भारत में मंगलवार सुबह 10.53 बजे तक मौतों का आंकड़ा 1,19,535 था. जबकि, कुल संक्रमितों की संख्या 79,46,429 पर पहुंच गई थी.

केवल 5 प्रदेशों में हुई 58 प्रतिशत नई मौतें
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि बीते पांच हफ्तों से लगातार कोरोनावायरस के औसत मामलों में गिरावट हो रही है. उन्होंने बताया कि भारत का रिकवरी रेट 90.62 प्रतिशत है और इसका लगातार बढ़ना एक अच्छी निशानी है.

प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भूषण ने बताया कि बीते 24 घंटों में मौत के नए 58 फीसदी मामले केवल महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में ही सामने आए हैं.

उन्होंने बताया कि त्यौहार के कारण केरल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली में मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि 1 लाख से 10 लाख तक रिकवरी पहुंचाने में हमें 57 दिन का समय लगा था, लेकिन हाल ही में हुईं नई 10 लाख रिकवरी केवल 13 दिनों में पूरी हो गईं.

 

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