विरोध प्रदर्शन की चेतावनी के बाद लिया फैसला

बिलासपुर। केन्द्रीय गुरु घासीदास विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अनुसूचित जाति के छात्र गणेश कोसले के पीएचडी पंजीकरण के लिए पुनर्विचार का निर्णय लिया है। इसका निर्णय तीन जून की बैठक में लिया जायेगा।

चांपा निवासी छात्र गणेश कोसले ने सन् 2018-19 में पीएचडी पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा दी थी। परीक्षा पास करने के बाद हुई विभागीय शोध समिति ने छात्र को योग्य नहीं पाया और उसे शोध व ज्ञान के आकलन में कमी के आधार पर पीएचडी की अनुमति देने से इंकार कर दिया। पीएचडी की अनुमति नहीं मिलने पर चौतरफा विरोध शुरू हो गया। उन्होंने इसे बहुजन समाज की उपेक्षा और प्रताड़ना से जोड़ते हुए दूसरा रोहित वेमुला केस बताया । इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई। छात्रों ने 31 मई को नेहरू चौक और अम्बेडकर प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन का निर्णय ले लिया। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने भी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।

विरोध के बाद विश्वविद्यालय की स्थायी समिति ने कहा है कि छात्र हित में उनके प्रकरण को विभागीय शोध समिति के समक्ष पुनः प्रस्तुत किया जायेगा। समिति की बैठक तीन जून को होगी, जिसमें छात्र के आवेदन पर विचार किया जायेगा।

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