साइबर ठगी के नए तरीकों की जानकारी देकर सतर्क किया गया 

बिलासपुर। जिले के विभिन्न थानों में दर्ज मोबाइल फोन गुमने की शिकायतों पर जांच अभियान चलाकर पुलिस ने एक महिले के भीतर 80 मोबाइल फोन बरामद किए। सन्  2023 में अब तक 500 मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को वापस किया जा चुका है।
यह अभियान एसीसीयू की ओर चलाया जाता है। टीम ने छत्तीसगढ के विभिन्न जिलों सहित झारखण्ड, ओडिशा एवं महाराष्ट्र से कुल 80 फोन बरामद हुए। इन्हें पुलिस अधीक्षक संतोष सिह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र जायसवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन संदीप पटेल ने मोबाइल धारकों को वापस किया। इनकी कीमत करीब 15 लाख रुपये है। गुम मोबाइल फोन वापस पाने की बहुत से लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी।  वापस मिलने पर वे काफी खुश थे। उन्होंने पुलिस को इसके लिए धन्यवाद दिया। ऐसे ही एक व्यक्ति अधिवक्ता गिरीश साहू ने बताया कि वन प्लस मोबाइल फोन उन्होंने 33 हजार रुपये में खरीदा था, चार माह पहले वह गायब हो गया। साइबर सेल में उन्होंने शिकायत की थी। फोन मिलने पर पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा।   इसी प्रकार सागर पहाड़िया, वी. चन्द्रशेखर, नीरज साहू, अशोक दास, सिद्धार्थ यादव,  शील बानो, गौरी यादव, फरदीन खान, संगीता कुशवाहा, तोखन चंद्राकर, विद्या नायर सहित उपस्थित सभी लोगों ने सायबर सेल बिलासपुर एवं बिलासपुर पुलिस का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान सायबर एक्सपर्ट उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी ने वर्तमान में प्रचलित साइबर ठगी के नये प्रारूप सेक्सटार्सन (वीडियो कॉलिंग के माध्यम से), वाट्सएप की डी.पी. बदलकर ठगी करने, बिटकाईन, टुरिजम प्लान के नाम पर, कस्टमर केयर के नाम पर, ऑनलाईन लोन एप व अन्य तरीकों से की  जाने वाले अद्यतन ठगी के बारे में जानकारी एवं बचने के उपाय साझा किये गये। गुम हुए मोबाईल खोज अभियान में ए.सी.सी.यू. बिलासपुर प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, प्रभाकर तिवारी, एएसआई सोमनाथ यादव सहित करीब एक दर्जन जवान शामिल थे।

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