रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी में नशामुक्त छत्तीसगढ़ अभियान शुरू करने के दौरान कहा है कि महिलाओं ने मांग की तो हमने भी कह दिया शराबबंदी करेंगे लेकिन जब लॉकडाउन के दौरान सैनेटाइजर पीकर लोगों को मरते देखा तो हिम्मत नहीं हुई कि शराबबंदी करें।  
रविवार को मुख्यमंत्री बघेल ने प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के राजधानी रायपुर स्थित शान्ति सरोवर से नशामुक्त भारत अभियान की शुरूआत की।  इस अवसर पर शराबबंदी पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए बनाई गई समिति के प्रमुख, विधायक सत्यनारायण शर्मा, गृह सचिव अरूण देव गौतम, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के डॉ. सचिन परब, डॉ. बनारसी लाल शाह, ब्रम्हकुमारी हेमलता, ऊषा बहन आदि उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समारोह में कहा कि सन् 2018 के चुनाव में किए गए हमारे शराबबंदी के वादे को भाजपा मुद्दा बनाती रहती है। मैं तत्काल आदेश दे सकता हूं पर क्या इससे समाधान निकलेगा? शराबबंदी के बारे में पूछने पर तो महिलाएं हाथ उठा देती हैं, पर गुड़ाखू के लिए नहीं, क्योंकि वे इसका नशा करती हैं। लॉकडाउन में शराब की तस्करी हुई, कोई नहीं रोक पा रहा था जिनको नशा नहीं मिला वे सैनेटाइजर पीकर मर रहे थे। यह देखकर हिम्मत नहीं हुई कि शराबबंदी का आदेश निकालें। लोगों की जान जोखिम में पड़े मैं ऐसा कोई निर्णय नहीं लेना चाहता।
उन्होंने कहा कि प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गए ’नशा मुक्त भारत अभियान’ समाज के निर्माण की दिशा में एक सराहनीय पहल है। इस तारतम्य में चलाए जा रहे ’नशा मुक्त छत्तीसगढ़’ अभियान को सफल बनाने में हम सबकी महती भागीदारी होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि नशे की शुरूआत आमतौर पर बाल्यकाल या युवावस्था से होती है। पहले शौक-शौक में पीना शुरू करते हैं, जो धीरे-धीरे आदत बन जाती है। यह जीवन में कड़वाहट घोल देता है। नशा एक बड़ी सामाजिक बुराई है, जो शारीरिक और मानसिक रूप से हम सबके लिए काफी नुकसानदेह है। यह व्यक्ति, परिवार और समाज सभी पर दुष्प्रभाव डालता है। नशा मुक्ति के लिए सामाजिक एकजुटता से जागरूकता अभियान चलाना एक अच्छा विकल्प है।
बघेल ने समारोह में उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि हमें मानवता की सेवा का नशा करना चाहिए, जिसके सामने हर नशा पीछे छूट जाता है।
इस अवसर पर समारोह में उपस्थित लोगों ने नशा मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय को नशामुक्त भारत अभियान के लिए शासन की ओर से सहयोग का आश्वासन भी दिया। उन्होंने केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार एवं प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बीच हुए एमओयू के तहत चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत नशा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के लिए प्रदेश के सभी जिले के लिए अभियान यात्रियों के कलश यात्रा का शुभारंभ भी किया।

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