कलेक्टर डॉ. संजय अलंग की पहली पत्रकार वार्ता-बड़ी और अधूरी योजनाओं पर प्रशासन का रुख साफ किया

“जिनके नाम वोटर लिस्ट से गायब थे, अब जुड़वा लें-कैसे नाम कटे, उसकी भी जांच होगी”

कलेक्टर संजय अलंग ने कहा है कि बिलासपुर की जीवनरेखा अरपा नदी में प्रवाह बना रहे यह उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। नदी में अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ़ कार्रवाई बहुत जल्द होगी। उन्होंने कहा कि यहां आधारभूत संरचनाओं को लेकर तत्काल कदम उठाने की जरूरत वे महसूस करते हैं। यहां के लोगों को अपने शहर से इतना लगाव है कि वे यहां की चुनौतियों को लेकर दबाव महसूस करते हैं।

25 दिसम्बर को पदभार ग्रहण करने के बाद बुधवार की शाम नव पदस्थ कलेक्टर अलंग ने पत्रकार वार्ता ली। पत्रकार वार्ता में उन्होंने अपनी बात रखने के बजाय पत्रकारों से ही सुझाव मांगे, जिससे वे अपने कामकाज की प्राथमिकताएं तय कर सकें। पत्रकारों के सवाल पर अलंग ने माना कि सूखी अरपा बिलासपुर शहर की जीवनरेखा है। इसमें पूरे साल पानी बने रहना चाहिए। यह उनकी प्राथमिकता में होगा। देखते हैं इसके लिए संसाधन की व्यवस्था किस तरह से की जा सकती है। इसी से जुड़े एक दूसरे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नदी से रेत का अवैध उत्खनन करने के मामले में आप बहुत जल्द कार्रवाई देखेंगे। उन्होंने यह साफ कर दिया कि अरपा में पानी के बहाव बनाने के लिये बहुत बड़ी नहीं बल्कि जल्दी नतीजा देने वाली योजना पर काम करेंगे। इसी तरह जब उनसे पूछा गया कि स्मार्ट सिटी परियोजना पर कब काम शुरू होगा, कलेक्टर ने कहा कि सिटी को स्मार्ट बनाना जरूरी नहीं, लोगों को स्मार्ट बनाना होगा। लोग स्मार्ट होंगे, उन्हें अच्छी अधोसंरचना मिलेंगी तो शहर अपने आप स्मार्ट हो जायेगा।

“यहां लोगों को अपने शहर से इतना लगाव है कि यहां की चुनौतियों को लेकर  दबाव महसूस करता हूं।”

कलेक्टर ने कहा कि वे किस योजना पर कह रहे नहीं कहना चाहेंगे, पर शहर का बुनियादी ढांचा प्रबंधन तनाव की रेखा को पार कर चुका है। इसे पूरा करना एक चुनौती बन चुकी है। इसे पटरी पर लाना एक मुश्किल काम है, इसके लिए फिर से निविदा की जरूरत भी पड़ सकती है। पर इसे पूरा करेंगे। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के वितरण में गड़बड़ी को भी वे बहुत जल्दी दुरुस्त करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं पर तत्काल कदम उठाने और कुछ के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की जरूरत है।

कलेक्टर अलंग का ध्यान इस बात की ओर दिलाया गया कि हजारों मतदाताओं के नाम विधानसभा चुनाव के समय मतदाता सूची से गायब थे। जो लोग बरसों से बिलासपुर में रहते हैं, कभी बाहर नहीं गए उनका नाम भी पंचनामा की प्रक्रिया अपनाये बिना काट दिये गए। निर्वाचन कार्यालय में काम करने वालों के परिवार से भी नाम हट गये। यह किस वजह से हुआ, क्या जांच होगी? कलेक्टर ने कहा कि जांच तो होगी लेकिन इस समय मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम चल रहा है। जिन मतदाताओं का नाम गायब है उन्हें अपने बीएलओ के पास जाकर एक आवेदन जमा करना ही होगा, ताकि नाम फिर से जुड़ जाये।

चर्चा के दौरान उठाये गए अनेक मुद्दों का जवाब देते हुए कलेक्टर ने कहा कि पेंशन वितरण में गड़बड़ी, मनरेगा के भुगतान में देरी, जन दर्शन में स्थानीय स्तर पर समस्याओं का न सुलझना और एक ही समस्या को लेकर लोगों का कई बार भटकना कुछ ऐसी समस्यायें हैं, जिनको ठीक करेंगे।

अलंग ने कहा कि वे जब यहां पदभार ग्रहण करने के लिए आ रहे थे तो उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं कुछ और सोच रखी थी लेकिन पिछले 24 घंटे के भीतर मीडिया और अन्य लोगों से मुलाकात के बाद उसमें काफी बदलाव आ गया है और शहर तथा जिले के नागरिकों की जरूरत के अनुसार कार्ययोजना बनाकर काम किया जायेगा।

 

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