बिलासपुर। धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए निकले कलेक्टर डॉ. संजय अलंग को भरारी उपार्जन केन्द्र में धान की मांत्रा में गड़बड़ी मिली है। उन्होंने इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी है। कई केन्द्रों में डनेज की व्यवस्था पर्याप्त नहीं की गई थी। कलेक्टर ने सभी केन्द्रों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक बोरे में स्टेटिंग हो तथा साफ-सुथरे धान की ही खरीदी की जाये।

कलेक्टर ने रविवार को तखतपुर विकासखंड के धान उपार्जन केन्द्र नेवरा, भरारी और पीपरतराई का निरीक्षण किया और वहां किसानों से खरीदकर रखे गये धान का भौतिक सत्यापन अपने समक्ष कराया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल भी उनके साथ थे।  नेवरा में भौतिक सत्यापन करने पर धान का स्टॉक सही पाया गया लेकिन डनेज (धान की बोरियां रखने के लिए प्लेटफॉर्म) की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इस पर कलेक्टर ने शत-प्रतिशत डनेज की व्यवस्था का निर्देश दिया। इस केन्द्र में 1259 किसान पंजीकृत है, जिनमें अभी तक 147 किसानों ने अपना धान बेचा है। यहां 6012 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।

उपार्जन केन्द्र भरारी में भौतिक सत्यापन में धान की मात्रा में गड़बड़ी पाई गई। कलेक्टर ने इसका पुनः सत्यापन करने और उसका प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया। इस केन्द्र में 796 किसान पंजीकृत है, जिनमें अभी तक 67 किसानों ने अपना धान बेचा है। यहां 2593 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।

पीपरतराई में धान प्लेटफॉर्म में ढंककर रखे गये थे। साथ ही प्रत्येक बोरे में पर्ची भी लगाकर रखी गयी थी, ताकि धान के मिलान में सुविधा हो। इस केन्द्र में 683 किसान पंजीकृत हैं। यहां अभी तक 86 किसानों ने अपना धान बेचा है। यहां 2876 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। कलेक्टर ने इस व्यवस्था पर संतोष जताया और उपस्थित कर्मचारियों को यही व्यवस्था आगे भी बनाये रखने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने सभी उपार्जन केन्द्रों में धान के बोरे में स्टेगिंग अनिवार्य रूप से करने का निर्देश दिया। धान बेचने के लिये आने वाले किसानों के लिये पेयजल और छायादार स्थान की व्यवस्था बनाने का भी निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान जिला खाद्य नियंत्रक एस.मसीह, उप पंजीयक सहकारिता मंजू पाण्डेय, एसडीएम आनंदरूप तिवारी आदि साथ थे।

 

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