बिलासपुर। सार्वजनिक रास्ते व निस्तारी भूमि जो निजी खाते में ही रह गए हैं और राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं हो पाये हैं। ऐसे भूमि को राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाये। जिससे विवाद की स्थिति निर्मित न हो। कलेक्टर डॉ.संजय अलंग ने आज टीएल की बैठक में यह निर्देश दिया।

मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने गिरदावरी कार्य का सतत् निरीक्षण करने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया। गिरदावरी का कार्य चालू है। इस कार्य की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करने भी कहा। उन्होंने पेण्ड्रारोड में गिरदावरी कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। तहसीलदारों को भी निर्देश दिये कि राजस्व का कोई भी प्रकरण जो कृषि से संबंधित है, उसका निराकरण गिरदावरी देखकर किया जाये। सभी एसडीएम को निर्देश दिये गये कि नामांतरण के प्रकरण जो समय सीमा में निराकृत नहीं किये गये और लोक सेवा केन्द्रों से भी लौटाए जा रहे हैं। इस पर विशेष ध्यान दिया जाये। आवेदनों को लौटाने वाले लोक सेवा केन्द्रों के विरूद्ध कार्रवाई भी की जाये।
आयुष्मान योजना का शत-प्रतिशत लाभ मिले
कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि आयुष्मान योजना के तहत हितग्राहियों को शत-प्रतिशत लाभ मिले। सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिये आने वाले इनडोर पेशेंट के भर्ती होने के 24 घंटे के भीतर आयुष्मान योजना में उन्हें दर्ज कर बीमा के क्लेम की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। उन्होंने योजना के तहत हर माह की प्रगति की जानकारी देने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन डॉ.मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2013 से जिन हितग्राहियों के राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हेल्थ कार्ड बने हैं। इन सभी को आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा, जिसके तहत अस्पताल में भर्ती होने पर पांच लाख रूपये तक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में भी भर्ती होते समय हेल्थ स्मार्ट कार्ड लेकर आना अनिवार्य है। जिससे दवाई एवं अन्य सुविधाएं मरीजों को उपलब्ध हो सके। कलेक्टर ने सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य बीमा का क्लेम बढ़े इसके लिये गंभीरता से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में दवा खरीदी के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि सीजीएमएससी से दवा खरीदी की जाये। इसके लिये मांग पत्र सितंबर माह तक प्रस्तुत करने कहा। उन्होंने सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध क्षमता का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिला अस्पताल में सीसी कैमरा, वाशिंग मशीन और एनआरसी सेंटर के संबंध में निर्देश दिया गया।
अरपा भैंसाझार बैराज के आसपास उद्यान का विकास करने और लिफ्ट एरिगेशन के लिये प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में खेती के लिये पानी की कमी है, वहां भ्रमण कर पानी की आवश्यकता का आंकलन करें। आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन वाटिका बनाने हेतु प्रस्ताव देने कहा गया, जिसके तहत फलदार पौधों का रोपण किया जायेगा।

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