नई दिल्ली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया है कि राहुल गांधी अगले सप्ताह छत्तीसगढ़ आयेंगे वे बस्तर और सरगुजा में दो-दो दिन का दौरा करेंगे साथ ही एक दिन मैदानी इलाके में भी बितायेंगे। उन्हें हमने बताया है कि भाजपा का गुजरात मॉडल फेल हो चुका है छत्तीसगढ़ मॉडल इसका जवाब है।

आज रात 8 बजे एआईसीसी कार्यालय के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को उन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास कार्यों और राजनीतिक स्थिति की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ आमंत्रित किया है क्योंकि विधानसभा चुनाव के बाद कोरोना की वजह से वे दौरा नहीं कर पाये हैं। यह पूछे जाने पर कि इतनी बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के विधायक आपके साथ दिल्ली क्यों पहुंचे हैं, बघेल ने कहा कि क्योंकि कोरोना महामारी के बाद उनकी राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो पाई थी इसलिये वे सब यहां उनसे मिलना चाहते थे। पर उनकी मुलाकात छत्तीसगढ़ के प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया और अन्य नेताओं से हुई है। राहुल गांधी की ओर से विधायकों से कहा गया है कि वे उनसे उनके क्षेत्र में ही आकर मुलाकात करेंगे।

मुख्यमंत्री से जब पत्रकारों ने ढाई ढाई साल के सीएम वाले फॉर्मूले पर सवाल किया तो उनका उत्तर था कि इस बारे में दो दिन में पुनिया स्पष्ट कर चुके हैं कि ऐसा कुछ भी तय नहीं हुआ था। जब प्रभारी यह बात कह चुके हैं तो फिर हम इस बारे में क्या बोलें?

उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में छत्तीसगढ़ से पहुंचे मंत्रियों और विधायकों का जमावड़ा लगा हुआ है। इनमें से अनेक कल तो कई जनप्रतिनिधि आज सुबह रवाना हुए। वे सभी छत्तीसगढ़ के प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया और राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल से मिले हैं पर उनकी राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो सकी है। पुनिया के माध्यम से उन्होंने राहुल गांधी से मिलने का समय पर मांगा पर उन्हें बताया कि वे विधायकों से उनके क्षेत्र में आकर मिलेंगे। एआईसीसी कार्यालय में मौजूद मंत्री शिव डहरिया, मो. अकबर आदि ने भी पत्रकारों के सवालों का संक्षिप्त जवाब देते हुए उत्साह व्यक्त किया कि राहुल गांधी अगले सप्ताह दिल्ली आयेंगे।

छत्तीसगढ़ से गये मंत्री और विधायक अब दिल्ली से वापस लौटेंगे या रुके रहेंगे इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन आज छत्तीसगढ़ के कई विधायक और महापौर भी दिल्ली के लिये रवाना हुए हैं।

दिनभर के पूरे घटनाक्रम में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पूरे परिदृश्य से बाहर रहे वे किन नेताओं से मिले और उनकी क्या बात हुई इस पर कोई जानकारी बाहर नहीं आई है। अलबत्ता राहुल गांधी के साथ हुई सीएम की बैठक में कुछ देर तक प्रियंका गांधी के भी उपस्थित होने की जानकारी मिली है। सोनिया गांधी ने भी फोन करके हालात पर चर्चा की, ऐसी जानकारी मिली है।

ओबीसी जनगणना का असर?

सूत्रों के मुताबिक ओबीसी वर्ग का नेता होना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पक्ष में जा रहा है। कांग्रेस ने केन्द्र में चल रही जातिगत जनगणना की मांग का समर्थन किया है। यह मांग ओबीसी वर्ग से जोर-शोर से उठाई जा रही है। यह कहा जा रहा है कि यदि छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन किया गया तो ओबीसी हितैषी होने के उसके दावे पर सवाल उठ सकते हैं। हालांकि सिंहदेव खेमे की ओर से कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भारी जीत ओबीसी नेता के रूप में बघेल की स्वीकार्यता की वजह से नहीं बल्कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के प्रति आक्रोश की वजह से मिली थी।

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