बिलासपुर। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. नवीन कुमार विश्वकर्मा विभाग की एनिमल सेल कल्चर लैब में लीवर एवं खून के कैंसर सेल को रोकने या नष्ट करने पर शोध कर रहे हैं। इस शोध में डॉ. विश्वकर्मा हल्दी के औषधीय गुणों को आधार बनाकर शोध कार्य कर रहे हैं।

शोध अध्ययन में पाया गया कि क्यूरकूमिन या हल्दी कैंसर सेल के मेटाबोलिज्म को बदलता है जिसके कारण गूलोकोज को कैंसर सेल अवशोषित नहीं कर पाते एवं इसके चलते कैंसर सेल के एसिड प्रोडक्शन में कमी आती है। दरअसल कैंसर सेल से उत्पन्न होने वाले एसिड से कैंसर सेल बढ़ने लगते हैं जिससे कैंसर की रोकथाम के लिए प्रयुक्त होने वाली दवाएं निष्क्रिय साबित होती हैं। हल्दी के औषधीय गुण इन कैंसर सेल से उत्पन्न होने वाले एसिड को रोकते हैं।

शोध अध्ययन में पाया गया कि हल्दी के साथ एंटी कैंसर मेडिसिन देने पर उनके कैंसर सेल को नष्ट करने में अधिक प्रभावी होता है। मल्टी ड्रग रिसिसेटेंस कीमो रिसिसेटेंस के कारण जींस एमडीआर का एक्प्रेशन दिखता है।

जीव विज्ञान अध्ययनशाला के अंतर्गत जैव प्रौद्योगिकी विभाग में विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध एवं अनुसंधान के कार्य संपादित किये जा रहे हैं। समाज के लिए उपयोगी होने के साथ ही साथ मानव शरीर की विभिन्न बीमारियों, व्याधियों को रोकने या दूर करने में ये सहायक हों इसका प्रयास किया जा रहा है। मानव समाज की जीवन शैली को बेहतर बनाने एवं रोगमुक्त शरीर के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शोध अध्ययन किये जा रहे हैं।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here