बिलासपुर। डॉ सी. वी. रामन विश्वविद्यालय में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लॉक डाउन के बाद अब ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप के माध्यम से विश्वविद्यालय सभी विभागों में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। विद्यार्थियों की पढ़ाई को लेकर विश्वविद्यालय गंभीर है । नई टेक्नोलॉजी से सभी क्लासेस लग रही हैं, और निर्धारित समय पर सभी कोर्स पूरे किए जाएंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया यह समय बहुत ही संघर्ष का है और इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए हमें बड़े बदलाव करने की जरूरत है । इसीलिए डिजिटल प्लेटफॉर्म सबसे अच्छा विकल्प है। यही कारण है कि विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने का फैसला लिया और कक्षाएं भी प्रारंभ हो गई है। विश्वविद्यालय के सभी 32 विभागों की कक्षाएं सोमवार से शुरू की गई हैं । इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस का टाइम टेबल भी जारी किया गया है। इसमें वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप के माध्यम से क्लासेस लगाई जा रही हैं, एक तरफ प्रोफेसर ऑनलाइन लेक्चर देते हैं और दूसरी ऒर विद्यार्थी ऑनलाइन सीधे जुड़ कर इस लेक्चर को देखकर सुनकर समझ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ विश्वविद्यालय की अन्य गतिविधियां जो घर पर रहकर कार्य की जा सकती है, प्रारंभ की गई हैं । शुक्ला ने बताया कि हम तकनीकी युग में हैं और युवाओं के बीच काम कर रहे हैं । निश्चित रूप से इसका लाभ मिलना चाहिए । इसीलिए हमने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की हैं । अच्छी बात एक यह भी है कि शत प्रतिशत विद्यार्थी बड़े उत्साह के साथ इस वीडियो लेक्चर को सुन रहे हैं और घर बैठे ही उनकी पढ़ाई जारी है।
यू-ट्यूब पर भी उपलब्ध होंगे लेक्चर
ऑनलाइन क्लासेज के सभी लेक्चर यू-ट्यूब, विश्वविद्यालय की वेबसाइट और सोशल मीडिया पर भी लोड किए जाएंगे । साथ ही विद्यार्थियों को ई-मेल से भी सभी मटेरियल उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे कि जो विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास अटेंड नहीं कर पाए हैं ,वह जब समय मिले तो और अपनी सुविधा के अनुसार उसे देख सकेंगे।
ऑनलाइन टीचिंग की दी गई है ट्रेंनिग- प्रो. दुबे
कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए यह सबसे अच्छा समय है कि वह अपने घर पर अपनी पढ़ाई पर केंद्रित रहें। समय का बेहतर उपयोग करने के लिए ऑनलाइन क्लासेज शुरू की गई है। इसमें बहुत ही सुविधाजनक तरीके से विद्यार्थी जुड़ रहे हैं और नये अनुभव के साथ पढ़ाई हो रही है। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इसके लिए ऑनलाइन टीचिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम भी किया था। हमारे अध्यापक तकनीकी रूप से अपडेट हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन विधार्थियों की पढाई का नुकसान नहीं होने देगा।