तखतपुर। चैत्र नवरात्रि पर मां महामाया मंदिर में अष्टमी पर हवन पूजा की गई और मां महामाया से प्रार्थना की गई कि देश में फैली कोराना वायरस से पूरे विश्व को मुक्त रखें।

चैत्र नवरात्रि पर संक्रमित बीमारी के चलते मंदिरों के पट पूरे समय नहीं खुले रहे हैं। मंदिरों में ज्योति कलश प्रज्जवलित नहीं किए गए और न ही लोगों को प्रवेश दिया गया। आरती और पूजा के समय में भी समिति के लोग ही उपस्थित रहे। देर रात तक पट जिन मंदिरों के खुले रहते थे उन मंदिरों के पट 9 बजे ही बंद हो गये।

आज शाम 4 बजे मंदिर परिसर में अष्टमी का हवन किया गया जिसमें आचार्य रत्नाकर पाण्डेय, जितेंद्र पाण्डेय, जितेंद्र शुक्ला, दिलीप तोलानी, राजू सिंह ठाकुर, तिलक ताम्रकार, आयुष कारडा तथा वरूण कारडा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे और हवन पश्चात आरती की गई। मां महामाया से प्रार्थना की गई कि शहर प्रदेश देश और पूरे विश्व को महामारी से बचाकर रखे।

मां काली की यात्रा निकली, पर श्रद्धालु सोते रहे

नगर में हर नवरात्रि के सप्तमी को काली माता तखतपुर में निकलती है और इसके दर्शन करने के लिए दूर दराज के हजारों श्रद्धालु आ जाते हैं।  लॉकडाउन के चलते प्रशासन ने रणनीति बनाई। पहले तो सोशल मीडिया पर जानकारी दे दी कि इस बार मां काली दर्शन देने नहीं निकलेगी। पर बाद में मां काली ने पूरे नगर का भ्रमण किया और इस दौरान लोग घरों में सोते रह गये। मां काली का भ्रमण नहीं होने पर लोगों की आस्था को चोट पहुंचती मगर यदि इसकी सूचना सबको मिल जाती तो धारा 144 का उल्लंघन भी हो जाता।

 

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