बिलासपुर। लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद होने के कारण इधर-उधर घूम रहे बच्चों के लिये एक प्रशिक्षु अधिकारी ने क्लास शुरू कर उनके लिये टीचर और शिक्षण सामग्री जुटा दी है। इतना ही नहीं उन्हें आत्मरक्षा में भी निपुण बनाया जायेगा।

रतनपुर थाने की प्रभारी, प्रशिक्षु डीएसपी ललिता मेहर ने आज बेलतरा ग्राम में फीता काटकर बकायदा इस अस्थायी स्कूल का उद्घाटन किया। स्कूल खुलने तक सोशल डिस्टेसिंग के साथ यहां कक्षायें चलेंगी।

दरअसल एक मामले की तहकीकात के लिये बेलतरा ग्राम गईं मेहर का ध्यान सूर्यवंशी मोहल्ले में दोपहरी में खेल रहे बच्चों की तरफ गया। बच्चों ने मास्क भी नहीं लगाये थे। उन्होंने अपनी गाड़ी से उतरकर पूछा तो पता चला कि मां-बाप मजदूरी के लिये गये हैं और लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद है। इसी तरह ये बच्चे, जिनमें ज्यादातर लड़कियां हैं- दिन भर खेलते या इधर-उधर भटकते रहते हैं। मेहर को लगा इस तरह से इनका भविष्य तो ख़राब हो रहा है। उन्होंने बच्चों से सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई, गुड टच, बेड टच के बारे में सवाल किये।

बातचीत के बाद तत्काल उन्होंने मोहल्ले में एक क्लास शुरू करने का निर्णय लिया। उन्होंने बच्चों के लिये पढ़ने-लिखने की एक जगह तय कर दी, पढ़ाई और बैठने का सामान जुटाया और एक मानसेवी शिक्षक की व्यवस्था भी कर दी। जिस दिन बच्चों से बात की गई उस दिन उनकी संख्या 8 ही थी, पर क्लास शुरू होने पर 11 लोग पहुंच गये। सरपंच और गांव के लोगों ने इस कदम की सराहना करते हुए क्लास चालू रखने में सहयोग करने की बात कही है। इन बच्चों को यहां आत्मरक्षा में भी पारंगत किया जायेगा। ये सभी सरकारी स्कूलों के बच्चे हैं जिन्हें उनके कोर्स के अलावा अंग्रेजी भी सिखाई जायेगी। यह स्कूल आज से शुरू हो गया है।

मेहर का कहना है कि ये सभी बच्चे होनहार और पढ़ाई में तेज लग रहे हैं। इनको सही रास्ता दिखाने और माहौल देने की जरूरत है। इन्हें न सिर्फ पढ़ लिखकर जीवन में कुछ करने के लिये प्रेरित किया जायेगा बल्कि आसपास के अपराधों के प्रति भी सतर्क रहने की शिक्षा दी जायेगी। बच्चों की अंग्रेजी पर फोकस किया जायेगा क्योंकि ग्रामीण शालाओं में इसकी कमी दिखाई देती है। उन्हें आत्मरक्षा के गुर सिखाये जायेंगे। उनके व्यक्तित्व को उभारने वाली गतिविधियों जैसे ड्राइंग, पेंटिंग, लेखन से भी जोड़ा जायेगा।

 

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