बेमेतरा: जिला मुख्यालय बेमेतरा स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। जुलाई माह से अब तक 1000 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज कोविड अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ ले चुके है। वर्तमान में जिला मुख्यालय में 200 बिस्तर का कोविड अस्पताल संचालित है जिसमें से 140 बिस्तर में आॅक्सीजन पाईप लाईन की सुविधा उपलब्ध है।

जिले में एक ओर जहां कोरोना संक्रमित केस की संख्या तेजी से बढ़ रही है, वहीं एक सुखद खबर भी आई है। यहां प्रशिक्षित स्वास्थ्य की टीम के द्वारा बुजुर्ग व्यक्तियों, गर्भवती महिला, गंभीर बिमारी जैसे डायबिटीज, हाईपरटेंशन वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को प्रत्येक दिन स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। कोविड अस्पताल में भर्ती 68 साल के संक्रमित मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एस के शर्मा ने बताया कि हार्ट के मरीज होने के बावजूद मोहम्मद हासिम शेख महज 10 दिनों में अस्पताल की टीम ने ठीक करने में कामयाबी हासिल की। हासिम शेख ने अपने हाॅस्पिटल में इलाज का अनुभव बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम ने ईलाज के दौरान किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होने दिया। इसके लिए उन्होंने टीम को बधाई दी।

डाॅक्टर्स, नर्सिंंग स्टाफ, वार्ड के स्टाफ कोविड हाॅस्पिटल में महीनों से बिना घर गए काम कर रह है। इसी कड़ी में जिला अस्पताल बेमेतरा में 23 सितम्बर 2020 को एक कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला का सामान्य प्रसव कराया गया है। सिविल सर्जन डाॅ. वंदना भेले सहित स्टाफ नर्स की मदद से स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ।सिविल सर्जन से मिली जानकारी के अनुसार प्रसव के पूर्व विकासखंड बेरला निवासी सेनकुमारी देशलहरे उम्र 22 वर्ष का कोरोना जांच कराया गया, कोरोना पाॅजीटिव आने के बाद जिला अस्पताल में अलग से व्यवस्था की गई जहां डाॅ प्रांजना शाह, स्टार्फ नर्स दीप्ती साहू, गुंजेश्वरी सूर्यवंशी, कु. रिंकूरानी एवं आयाबाई कुमारी बाई की उपस्थिति में महिला के द्वारा 2.5 ग्राम के शिशु को जन्म दिया गया। जच्चा-बच्चा दोनो ही अभी स्वस्थ्य है।कोविड अस्पताल में कार्यरत स्टाफ एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो चुके है। जिसमें से कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कोविड शाखा में कार्यरत राजकमल ताम्रकार तथा इनके समस्त परिवार कोरोना संक्रमित होने के पश्चात कोविड अस्पताल में ईलाज कराया गया, इन्होने अपना अनुभव साझा करते हुये बताया कि कोविड केयर से सभी स्टाफ समर्पित होकर कार्य करते हैं, आम नागरिक तथा स्टाफ में कोई भेदभाव नही करते है। कोविड केयर के स्टाफ के व्यवहार से ही मरीजों को काफी संतुष्टि मिलती है और रोगमुक्त होने की इच्छा को बढावा मिलता है।

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